काशी में उगते सूर्य को अर्घ्य देकर नवसंवत्सर का हुआ स्वागत, सनातनी पंचांग का हुआ उद्घाटन...

Nav Samvatsara was welcomed by offering arghya to the rising sun in Kashi Sanatani Panchang was inauguratedकाशी में उगते सूर्य को अर्घ्य देकर नवसंवत्सर का हुआ स्वागत, सनातनी पंचांग का हुआ उद्घाटन...

काशी में उगते सूर्य को अर्घ्य देकर नवसंवत्सर का हुआ स्वागत, सनातनी पंचांग का हुआ उद्घाटन...

वाराणसी,भदैनी मिरर। केदार क्षेत्र में स्थित शंकराचार्य घाट पर नव संवत्सरोत्सव का स्वागत उदित होते हुए भगवान् सूर्य को अर्घ्य प्रदान कर किया गया। इसके साथ ही मंगलाचरण की प्रस्तुति के बाद भजन गाए गए। इस अवसर पर ज्योतिषाचार्य अमित दीक्षित ने नव वर्ष फल का श्रवण कराया । इसके साथ ही विद्याश्री धर्मार्थ न्यास द्वारा प्रकाशित एवं चारों वर्तमान पीठों के शंकराचार्य  के आशीर्वाद से सम्बोधित सनातनी पञ्चाङ्ग का लोकार्पण बीएचयू के न्यूरोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ विजयनाथ मिश्र जी ने किया । मिश्र जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि काशी नगरी के लिए पूज्य स्वामिश्रीः पावर हाउस की भांति हैं। भारतीयता का संस्कार हमे अपने बच्चो को देना चाहिए। घर का एक कोना हमे आश्रम जैसा बनाना चाहिए जिससे भावी पीढियों में भी संस्कार सम्प्रेषित होता रहे।

वहीं डा अभय शंकर तिवारी  द्वारा प्रकाशित, शंकराचार्य दिनदर्शिका का लोकार्पण महामृत्युंजय मन्दिर के महंत किशन दीक्षित ने किया। किशन जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि काशी में मन्दिरों के विध्वंस से काशीवासी दुखी हैं। इस विषय पर अभियान निरन्तर चलते रहना चाहिए और में सदा इसके लिए तैयार हूॅ।

कार्यक्रम में गिरीश तिवारी, विद्याश्री धर्मार्थ न्यास के न्यासी अविनाशचन्द्र, वैद्य रवि त्रिवेदी जी, महादेव विनय, आरती नायक, विश्व गंगाधिकार न्यास के अध्यक्ष रमेश उपाध्याय, संजय पाण्डेय, डा शैलेष, प्रमोद माझी, किशन जायसवाल, पवन मिश्रा, विजया तिवारी, उर्मिला शुक्ल, सुधांशु ओझा, सूरज पाण्डेय, आयुष पाण्डेय कृष्ण कुमार तिवारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन साध्वी पूर्णाम्बा  ने एवं धन्यवाद ज्ञापन साध्वी शारदाम्बा ने किया ।