ओमप्रकाश राजभर और महंत राजूदास के खिलाफ DM के माध्यम से राज्यपाल को भेजा ज्ञापन, मुकदमा दर्ज कराने की मांग...
पत्रक में कहा गया है की विधानसभा सदस्य ओमप्रकाश राजभर एवं महंत राजूदास के अशोभनीय टिप्पणी से यादव समाज के लोगो में आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। जहूराबाद के विधायक ओमप्रकाश राजभर और महंत राजूदास द्वारा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल पर गैर जिम्मेदाराना, अमर्यादित, अभद्र एवं यादव समाज को लेकर जातिविशेष पर चिन्हित कर लगातार खुलेआम टिप्पणी करने के मामले में महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों सपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचकर एसीएम द्वितीय अशोक यादव को सौंपा.
पत्रक में कहा गया है की विधानसभा सदस्य ओमप्रकाश राजभर एवं महंत राजूदास के अशोभनीय टिप्पणी से यादव समाज के लोगो में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. विधायक ओमप्रकाश राजभर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं प्रिंट मिडिया के माध्यम से समय समय पर अपनी भड़ास निकालते हुए ओछी हरकतों से यादव समाज को अपमानित करते हुए नीचा दिखाने की गंदी राजनीति किया गया है. ओमप्रकाश राजभर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए पूर्व के दिनों में भी वह ऐसे कृत्य करने से अभी तक बाज नहीं आ रहे है वह सुर्खियों में बने रहने के लिए इलेक्ट्रॉनिक चैनल पर अनर्गल बयानबाजी करते रहते है अब वह अपनी घृणित राजनीतिक एवं दलबदल मानसिकता के शिकार हो गए है.
विष्णु शर्मा ने कहा की अतिमहत्वाकांक्षा से ग्रसित होकर अनर्गल टिप्पणी कर रहे है. वर्तमान में उनके द्वारा कटाक्ष कर की गई टिप्पणी "अहिर की बुद्धि बारह बजे खुलती है" वही दुसरी ओर आरएसएस के इशारे पर महंत राजूदास ने भी "पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी धर्म विरुद्ध कार्य करने वाला एवं सनातन धर्म को न मानने वालों को जूते मारकर स्वागत करने का कार्य करना चाहिए जो भी ऐसा कार्य करेगा वह स्वागत योग्य होगा. ये अशोभनीय व अमर्यादित टिप्पणी व कृत्य से पुरे यूपी मे यादव समाज के साथ ही हमसब मर्माहत है. ऐसे बयानों से कभी भी आपसी टकराव बढ़ सकता है. अनहोनी, अप्रिय दुर्घटना घट सकती है.
ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध किया गया है की जातिसूचक टिप्पणी करने वाले जहूराबाद के विधायक ओमप्रकाश राजभर एवं महंत राजूदास द्वारा राजनीतिक विद्वेष भड़काने एवं जातिसूचक टिप्पणी करने के लिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दंडात्मक कार्यवाही की जाए.