10 तस्वीरों में भव्यता : PM ने भी सोशल मीडिया पर शेयर की श्री काशी विश्वनाथ धाम की तस्वीरें, जनता से कार्यक्रम में जुड़ने का किया आग्रह...
Magnificence in 10 pictures. PM also shared pictures of Shri Kashi Vishwanath Dham on social media, Requested the public to join the program. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद श्री काशी विश्वनाथ धाम की तस्वीरें शेयर करके जनता से कार्यक्रम में जुड़ने का आग्रह किया है।
वाराणसी,भदैनी मिरर। अपने संसदीय क्षेत्र काशी को लेकर प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी कितने उत्सुक रहते है इसकी बानगी पीएम ने खुद पेश दी। इस बार पीएम का इंतजार तो काशीवासियों संग पूरे देश के शिवभक्त कर रहे है। 13 दिसंबर 2021 का दिन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अध्याय में एक नया पाठ जोड़ेगा। उस क्षण का सबको इन्तजार है जब पीएम नरेंद्र मोदी श्री काशी विश्वनाथ धाम को लोकार्पित करेंगे। इसके लिए वह खुद उत्साहित है, आखिर भला हो भी क्यों न! यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट जो ठहरा। पीएम ने श्री काशी विश्वनाथ धाम की तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। पीएम ने तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है की धाम काशी की आध्यात्मिक जीवंतता को जोड़ेगा। साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया है।
बाबा कालभैरव से PM लेंगे अनुमति
श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी काशी कोतवाल बाबा कालभैरव के दरबार पहुंचेंगे। बाबा के दरबार में मंदिर के पुजारी उनकी नजर उतारेंगे, यहां पीएम करीब आधे घंटे बिताएंगे। जहा वह भैरवाष्टक विधि से बाबा का पूजन-अर्चन करेंगे। पीएम बाबा कालभैरव से लोकार्पण करने के लिए अनुमति लेंगे, जिसके बाद वह भगवती गंगा का दर्शन और स्मरण करते हुए क्रूज से ललिता घाट पहुंचेंगे। ललिता घाट से वह पैदल बाबा के दरबार पहुंचेंगे। जहां रवियोग के अद्भुत संयोग में राजोपचार विधि से देश की सभी नदियों के जल से काशीपुराधिपति का अभिषेक कर पीएम मोदी मुख्य यजमान बनेंगे और षोड्षोपचार विधि से आदि विश्वेश्वर का पूजा अनुष्ठान करेंगे।
देव दीपावली जैसे जलेंगे दीये
श्री काशी विश्वनाथ धाम में लोकार्पण को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है। तीन दिनों तक घाटों पर देव दीपावली जैसा माहौल रहेगा इसके लिए घाटों पर दीये जलाये जाएंगे। लेजर लाइट शो के साथ वाराणसी के सभी मंदिरों और सरकारी व प्राइवेट बिल्डिंग को सजा दिया गया है। लोकार्पण कार्यक्रम को एतिहासिक बनाने के लिए काशी के सात लाख घरों में लड्डू बांटे जाएंगे। काशी विश्वनाथ के अलौकिक परिसर के स्वागत में पूरी काशी शिव दीपावली की तैयारी में है। इतिहासकारों के अनुसार पहली बार 436 साल पहले वर्ष 1558 में बनारस के व्यापारी रघुनाथ पंडित (टोडरमल) ने काशी विश्वनाथ मंदिर का कायाकल्प किया था। इसके बाद 1777 में रानी अहिल्याबाई होलकर ने विश्वनाथ धाम के तीन साल पहले के स्वरूप की परिकल्पना की थी और पूरे परिसर का जीर्णोद्धार कराया था। इसके बाद आठ मार्च 2019 को पीएम मोदी ने भव्य काशी विश्वनाथ धाम का शिलान्यास किया था।