सदन में उठा दिल्ली कोचिंग हादसे का मुद्दा, कांग्रेस-सपा ने उठाए सवाल, बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने की जांच की मांग
संसद के मानसून सत्र का सोमवार का आज छठवां दिन है. लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान दिल्ली कोचिंग हादसे का मुद्दा उठा, इसे लेकर बीजेपी, कांग्रेस और सपा ने दिल्ली सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए है.
संसद के मानसून सत्र का सोमवार का आज छठवां दिन है. लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान दिल्ली कोचिंग हादसे का मुद्दा उठा, इसे लेकर बीजेपी, कांग्रेस और सपा ने दिल्ली सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए है.
राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा..
राज्यसभा में भी दिल्ली में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में हुई घटना का मुद्दा उठाते हुए राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कोचिंग सेंटर्स व्यापार का अड्डा बन गए हैं. मुझे लगता है कि इस पर शॉर्ट ड्यूरेशन में चर्चा होनी चाहिए. यह बहुत गंभीर मुद्दा है और आज हम कोशिश करेंगे कि इस पर चर्चा हो.
अखिलेश यादव ने कहा..
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि जो घटना कोचिंग सेंटर में हुई है, वो बहुत दर्दनाक है. प्लानिंग और एनओसी देने की जिम्मेदारी तो अधिकारियों की है. अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है. हम तो यूपी में देख रहे हैं कि जहां अवैध इमारत होती है, वहां बुल्डोजर चलता है. क्या ये सरकार बुल्डोजर चलाएगी या नहीं.
कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने भी सरकार को घेरा
वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि मैंने केरल के उस छात्र के परिजनों से जाकर मुलाकात की है, जिसकी कोचिंग सेंटर हादसे में मौत हुई है. मुझे पता चला है कि यहां पर कई इमारतों को नियमों का पालन किए बिना वहां कोचिंग सेंटर चलाने की अनुमति दी गई है. उन्होंने कहा कि एक पत्रकार ने मुझे दिखाया कि किस तरह के एक बिल्डिंग को एमसीडी की तरफ से कोचिंग सेंटर के लिए हरी झंडी मिली है. इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगनी चाहिए.
बांसुरी स्वराज ने की जांच की मांग
बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में बेसमेंट में पानी में डूबकर जान गंवाने वाले तीन छात्रों के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और केरल के ये छात्र दिल्ली में आईएएस बनने आए थे. मगर दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के चलते इन बच्चों की जान चली गई. आम आदमी पार्टी के नजरअंदाजी की वजह से इन छात्रों की मौत हुई है. 10 साल से आप की सरकार है. यहां पर दिल्ली के लिए कोई काम नहीं किया है.
उन्होंने आगे कहा, एमसीडी भी दिल्ली सरकार के पास है. नालों की सफाई इसके बाद भी नहीं की गई है. ओल्ड राजेंद्र नगर के विधायक से हादसे से पहले शिकायत की गई, लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया. गृह मंत्रालय से अनुरोध करती हूं कि एक जांच समिति बनाई जाए, जो इस पूरे मामले की जांच करे.