MS-नर्सिंग विवाद में जांच कमेटी ने सौंपी रिपोर्ट, नर्सिंग अफसर बोले पक्ष पातपूर्ण हुई जांच 7वें दिन भी धरना जारी...
In the MS Nursing dispute the investigation committee submitted the report the nursing officer said that the investigation was biased the protest continued even on the 7th dayMS-नर्सिंग विवाद में जांच कमेटी ने सौंपी रिपोर्ट, नर्सिंग अफसर बोले पक्ष पातपूर्ण हुई जांच 7वें दिन भी धरना जारी...
वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल (SSH) अस्पताल के नर्सिंग अफसरों का धरना सातवें दिन भी जारी रहा। आईएमएस बीएचयू के डायरेक्टर प्रो. वी. आर. मित्तल द्वारा गठित जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौप दी गई, रिपोर्ट के मुताबिक एमएस को निर्दोष पाया गया है, और नर्सिंग अफसरों के आरोप को बेबुनियाद पाया गया है।
उधर, नर्सिंग अफसरों ने डायरेक्टर द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के जांच को असत्य और पक्षपातपूर्ण बताया है।
वीडियो रिकार्डिंग में हो सम्पूर्ण जांच
सर सुंदरलाल अस्पताल के नर्सिंग अफसर अरविंद कुमार ने कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन को पत्र लिखकर कहा है कि पूर्व में की गई जांच पूर्ण रुप से पक्षपातपूर्ण है। इसलिए नई कमेटी द्वारा पारदर्शिता के लिए वीडियो रिकार्डिंग में जांच पूरी कराई जाए, उसका खर्च वहन खुद करने की बात कही है। इसके साथ ही अरविंद ने आईएमएस डायरेक्टर को पत्र लिखकर घटना के दिन 8 जनवरी के दोपहर 12 से 3 बजे के सीसीटीवी फुटेज की मांग की है।
नर्सिंग अफसरों की यह है मांग
1. चिकित्सक अधीक्षक प्रो.के.के गुप्ता अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुये, किये गये दुर्व्यहार के लिये चिकित्सक अधीक्षक पद से तुरन्त प्रभाव से इस्तीफा दें।
2. चिकित्सा अधीक्षक के द्वारा किये गये दुर्व्यहार के लिए लिखित माँफीनामा दें।
3. प्रोटेस्ट के दौरान जो सभी नर्सिंग अधिकारी उपस्थित है। उन पर किसी भी प्रकार की प्रसाशनिक कार्यवाही न की जाये।
4. नर्सिग एक इंडिपेंडेंट डिपार्टमेंट है, जिनके (नर्सिंग सुपरिटेंडेंट और ड्यूटी नर्सिंग सुपरिटेंडेंट) है। अतः नर्सेज से जुड़े प्रत्येक कार्य के लिए इनको संपूर्ण अधिकार दिया जाए, यदि इनसे किसी मामले का निवारण नही हो
सके तब उस समस्या को मेडिकल सुपरिटेंडेंट के समक्ष रखके उसका
निवारण किया जा सके और अन्य किसी अधिकारी का सीधे कोई हस्तक्षेप नही हो!
5. नर्सिंग ग्रीवेंस कमेटी का गठन तुरंत प्रभाव से किया जाए जिसमें 3
नर्सिग ऑफिसर शामिल हो जिससे भविष्य में ऐसी समस्या का निवारण शीघ्रतापूर्वक किया जा सके!
कुलपति को लिखे पत्र में नर्सिंग अफसरों ने चेताया है कि अगर उचित कार्यवाही नहीं की गयी तो उक्त मागों के लिए प्रर्दशन यथावत जारी रहेगा।