IHS बना वाराणसी का पहला कृषि-विज्ञान पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने वाला गैर निजी सहायता प्राप्त स्कूल...

इण्टरनेशनल हिन्दू स्कूल (IHS) नगवां के अध्यक्ष डॉ. सुमन कुमार मिश्र ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि वर्तमान सत्र 2024-25 से विद्यालय में अब आर्ट, साइन्स एवं कार्मस के अलावा कृषि विज्ञान पाठ्यक्रम का पठन-पाठन प्रारम्भ किया जायेगा.

IHS बना वाराणसी का पहला कृषि-विज्ञान पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने वाला गैर निजी सहायता प्राप्त स्कूल...

वाराणसी, भदैनी मिरर। इण्टरनेशनल हिन्दू स्कूल (IHS) नगवां के अध्यक्ष डॉ. सुमन कुमार मिश्र ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि वर्तमान सत्र 2024-25 से विद्यालय में अब आर्ट, साइन्स एवं कार्मस के अलावा कृषि विज्ञान पाठ्यक्रम का पठन-पाठन प्रारम्भ किया जायेगा. इण्टरनेशनल हिन्दू स्कूल कृषि विज्ञान को एक वैकल्पिक विषय के रूप में अपनाने वाला वाराणसी का पहला गैर निजी सहायता प्राप्त स्कूल होगा. कृषि विज्ञान के प्रेक्टिकल प्रयोगों के लिए समूचित कृषि भूमि उपलब्ध है.

एक कौशल विषय के रूप में कृषि विज्ञान पाठ्यक्रम प्रो० डॉ० नवनीत कुमार मिश्र, पी.एच.डी (रिटार्यड) उद्ययान पंतनगर विश्वविद्यालय, प्रो० डॉ० विरेन्द्र प्रताप सिंह, पी.एच.डी (रिटार्यड) एच.ओ.डी. एग्रोनामी एवं निदेशक फसल अनुसंधान केन्द्र, पंतनगर विश्वविद्यालय उत्तराखण्ड और डॉ० एम०एम०एस० राजू पी.एच.डी. एच.ओ.डी. अध्यक्ष पोषण आधारित कृषि कंपनी हैदराबाद के मार्गदर्शन में संचालित किया जायेगा. डॉ० नवनीत कुमार मिश्र ने बताया कि कृषि में सीबीएसई पाठ्‌यक्रम बी०एस०सी० पाठ्यक्रम की तरह एक उच्च स्तरीय पाठ्यक्रम है. कृषि अध्ययन आपको अच्छे वेतन वाली नौकरियों जैसे कृषि वकील, खाद्य टेक्नोलालिस्ट, संचालन प्रबंधक, पारिस्थिति विज्ञान शास्त्री, डेयरी फार्मिंग, खाद्य प्रसंस्करण की राह पर ले जाता है.

इण्टरनेशनल हिन्दू स्कूल ने जर्मन भाषा को एक विषय के रूप में पठन-पाठन में भी नई पहल की है. जिसके शिक्षक अमित कुमार सैनी है. पत्रकारवार्ता के दौरान स्कूल की प्रबंधन संध्या मिश्रा, प्रधानाचार्य डा० पी० मधु, उप प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार, एवं शैक्षिक सलाहकार जयंती सांवत उपस्थित रहे.