गोपाष्टमी : देशभर में ध्वज स्थापना व गो महाकुंभ का आयोजन, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सभी प्रदेशों से रवाना किए गौप्रतिनिधि

गोपाष्टमी के पावन अवसर पर इस आंदोलन का अगला चरण शुरू किया गया। शंकराचार्य ने वाराणसी के श्री विद्या मठ, केदारघाट पर आयोजित गो गोष्ठी में 36 राज्यों के प्रभारियों को निर्देशित किया और गो ध्वज प्रदान किए। अगले चरण में प्रत्येक जिले और विधानसभा स्तर पर गो ध्वज स्थापना और जनसमर्थन जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।

गोपाष्टमी : देशभर में ध्वज स्थापना व गो महाकुंभ का आयोजन, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सभी प्रदेशों से रवाना किए गौप्रतिनिधि

वाराणसी। गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने और गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के उद्देश्य से ज्योतिषपीठ बद्रिकाश्रम के जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के नेतृत्व में ‘गो प्रतिष्ठा आंदोलन’ निरंतर जारी है। इस अभियान के अंतर्गत शंकराचार्य 22 सितंबर से 27 अक्टूबर 2024 तक देशभर के 36 राज्यों की यात्रा करते हुए गो ध्वज की स्थापना की और राजधानी स्तर पर गो धर्मसभा का आयोजन किया। यह यात्रा अयोध्या के श्रीरामजन्मभूमि से शुरू होकर वृंदावन धाम में सम्पन्न हुई।

गोपाष्टमी के पावन अवसर पर इस आंदोलन का अगला चरण शुरू किया गया। शंकराचार्य ने वाराणसी के श्री विद्या मठ, केदारघाट पर आयोजित गो गोष्ठी में 36 राज्यों के प्रभारियों को निर्देशित किया और गो ध्वज प्रदान किए। अगले चरण में प्रत्येक जिले और विधानसभा स्तर पर गो ध्वज स्थापना और जनसमर्थन जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।

शंकराचार्य ने इस संवत्सर को ‘गो संवत्सर’ के रूप में घोषित किया है। इसके तहत 14 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक प्रयागराज के माघ मेले में 324 कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु गौमाता की प्रतिष्ठा हेतु एकत्रित होंगे। इसके साथ ही, सभी निर्वाचित सांसदों के दरवाजों पर गो भक्त धरना प्रदर्शन करेंगे, जिसमें उनसे गौमाता के प्रति समर्थन देने की मांग की जाएगी।

गो संवत्सर की समाप्ति पर 27 मार्च 2025 को वाराणसी में गो महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 1.25 करोड़ गोभक्त शामिल होंगे। इस आयोजन में सनातन धर्म के अनुयायी, गोरक्षक और गो प्रतिष्ठा के लिए संघर्षरत लोगों का सम्मान किया जाएगा। साथ ही, 33 करोड़ गो मतदाताओं को शपथ दिलाने का अभियान तेज किया जाएगा, जिसके तहत अब तक 5 करोड़ गो भक्तों ने यह शपथ ली है।

देशभर से आए प्रतिनिधियों के नाम:

आंध्र प्रदेश: संजय सती
अरुणाचल प्रदेश: मनमोहन श्रीवास्तव
असम: रणजीत दस
बिहार: पीयूष तिवारी
छत्तीसगढ़: ओम प्रकाश शर्मा
गोवा: किशन जयसवाल
गुजरात: हरीश चौहान
हरियाणा: जय किशन शर्मा
हिमाचल प्रदेश: सुनील ठाकुर
झारखंड: शिवाजी परमार
कर्नाटक: प्रवीण जैन
केरल: सुभाष हिंगोले
मध्य प्रदेश: महेंद्र भार्गव
महाराष्ट्र: नवनाथ दुधल
मणिपुर: अशोक सिंह
मेघालय: राजा सक्षम सिंह योगी
मिजोरम: हर्ष मिश्रा
नागालैंड: राजीव झा
उड़ीसा: चित प्रकाश ब्रह्मचारी
पंजाब: सुभाष मल्होत्रा
राजस्थान: बाबूलाल जांगिड़
सिक्किम: गौरव कुमार
तमिलनाडु: महेंद्र तिवारी
तेलंगाना: महेंद्र तिवारी
त्रिपुरा: अमित चौहान
उत्तर प्रदेश: दयाशंकर दास
उत्तराखंड: विकास पाटनी
पश्चिम बंगाल: सोहम दास
चंडीगढ़: राजेंद्र मिश्रा
जम्मू-कश्मीर: दीपू रैना
लक्षद्वीप: आचार्य विजय प्रकाश
पुडुचेरी: अधवान
लद्दाख: गोपाल दास