अरुण पाठक को मिले धमकी पर FIR: ट्वीट कर दी जानकारी दो दिन में ही सुरक्षा वापस, चिट्ठी में सर जुदा करने को कहा...
बीते मंगलवार को भेलूपुर स्थित अरुण पाठक के मकान पर रजिस्टर्ड डाक आया. जिसमें अरुण पाठक को उनके परिवार सहित मारने की धमकी दी गई. चिट्ठी में लिखा है कि इंशाल्लाह तेरे गर्दन तक भी मेरा खंजर जरूर पहुंचे.
वाराणसी,भदैनी मिरर। विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को जान से मारने की चिट्ठी भेजकर दी गई धमकी के मामले में भेलूपुर थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. प्रकरण को लेकर अरुण पाठक की पत्नी मनीषा पाठक ने भेलूपुर थाने पर तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करवाया है. मनीषा भेलूपुर स्थित जैन श्वेतांबर तीर्थ सोसायटी में रहती हैं.
सुरक्षा वापस लिए जाने पर भी जताया आभार
अरुण पाठक ने कहा की धमकी मिलने के बाद भी मेरी अनुपस्थिति में दो दिन तक सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कमिश्नर वाराणसी का आभार. शायद मेरे परिवार को मात्र दो दिन का खतरा था. चिट्ठी कोलकाता से सियालदा से आई थी, मुझे किसी का डर नहीं है, 'ऐसे छुटभैया लोग से मैं नहीं डरता'. अरुण पाठक ने कहा की जांच के नाम पर मेरे घर के सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भेलूपुर साथ लेकर चली गई थी, जो आज तक वापस नहीं की, आखिर पुलिस परिवार को प्रताड़ित क्यो कर रही है?
सर जुदा करने की मिली थी धमकी
चिट्ठी में लिखा गया था , "अरुण पाठक तू लगातार इस्लाम के खिलाफ बोलता आया है. तूने भी हमारे रसूल के खिलाफ गुस्ताखी की है. इसलिए तुझे और तेरे परिवार को इसकी सजा मिलेगी... इंशाल्लाह... तेरी गर्दन तक भी मेरा खंजर जरूर पहुंचेगा. गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सजा सर तन से जुदा... सर तन से जुदा..."
धमकी भरी चिट्ठी में आगे लिखा था की- तेरे दोस्त कमलेश के पास पहुंचा देंगे अरुण पाठक ने बताया कि चिट्ठी में लिखा है, "तुझे भी तेरे दोस्त कमलेश तिवारी और कन्हैया लाल के पास जल्द पहुंचा दिया जाएगा. नूपुर शर्मा का साथ देने वालों का जो हश्र किया है, तेरा भी वही हाल करेंगे.
तेरे जैसों के रहते हुए हम लोगों का गजवा-ए-हिंद का सपना कभी पूरा नहीं होगा. इसलिए तेरा और तेरे परिवार का खात्मा जरूरी है." सबसे नीचे लिखा था- "हम हैं नबी के नेक बंदे... दारुल इस्लाम..."