वाराणसी के चोलापुर इलाके में सुबह-सुबह तड़तड़ाई गोलियां : दुकानदार के हत्यारोपी से पुलिस की मुठभेड़, आरोपी गिरफ्तार 

चौबेपुर में 12 सितंबर की रात हुए दुकानदार की हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने बुधवार तड़के मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया

वाराणसी के चोलापुर इलाके में सुबह-सुबह तड़तड़ाई गोलियां : दुकानदार के हत्यारोपी से पुलिस की मुठभेड़, आरोपी गिरफ्तार 

वाराणसी, भदैनी मिरर। चौबेपुर में 12 सितंबर की रात हुए दुकानदार की हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने बुधवार तड़के मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की तलाश कर रही पुलिस टीम ने सर्विलांस के जरिए उसकी लोकेशन ट्रेस की और चोलापुर के पास घेराबंदी की. यहां पुलिस और बदमाश का आमना-सामना हो गया.

बदमाश ने खुद को फंसता देख पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाब में पुलिस ने तीन राउंड गोलियां चलाईं, जिनमें से एक गोली बदमाश के पैर में लगी. वह बाइक समेत गिर पड़ा. घटना के बाद एसओजी और अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घायल बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया गया.

मुठभेड़ की जानकारी मिलते ही एडीसीपी वरुणा सरवणन टी. और एसीपी सारनाथ भी घटनास्थल पर पहुंचे. एसओजी की टीम के साथ चोलापुर और चौबेपुर पुलिस भी इस ऑपरेशन में शामिल थी. गिरफ्तार बदमाश संदीप यादव के पास से तमंचा, बाइक और मोबाइल बरामद हुआ.

12 सितंबर की रात की घटना

12 सितंबर की रात, चौबेपुर के बिरनाथीपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई थी। सिगरेट देने से इनकार करने पर बाइक सवार बदमाशों ने 55 वर्षीय दुकानदार शारदा यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. रात में दुकान के बाहर सो रहे शारदा यादव को बदमाशों ने जगाकर सिगरेट मांगी, लेकिन शारदा ने दुकान खोलने से मना कर दिया. इससे नाराज बदमाशों ने पहले उनका गला दबाया और फिर सीधे गले में गोली मार दी. गोली की आवाज सुनकर शारदा की पत्नी ने शोर मचाया, लेकिन तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। अस्पताल ले जाते समय शारदा ने दम तोड़ दिया.

हिस्ट्रीशीटर संदीप यादव के खिलाफ कई मामले

चौबेपुर के उगापुर निवासी संदीप यादव का अपराधी इतिहास लंबा है. उसके खिलाफ हत्या समेत कई मुकदमे दर्ज हैं. संदीप और उसके भाई अरविंद यादव को पहले भी 6 महीने के लिए जिला बदर किया गया था. संदीप ने इस दौरान भी स्थानीय लोगों को धमकाते हुए अपराध किय. पिछले साल चंद्रावती बाजार में भी संदीप ने एक दुकान पर मोबाइल रिपेयरिंग के बाद पैसे नहीं दिए और धमकी देकर फायरिंग की थी. पुलिस जांच में यह सामने आया कि संदीप यादव और अनिल राजभर दोनों की कई हत्याओं में संलिप्तता है.