राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने पर दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया, कहा- भाजपा को कोई आपत्ति...

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को विपक्ष का नेता चुने जाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है. दिग्विजय सिंह ने बधाई देते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि संघर्षशील नेतृत्व वाले राहुल गांधी विपक्ष के नेता चुने गए हैं.

राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने पर दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया, कहा- भाजपा को कोई आपत्ति...

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को विपक्ष का नेता चुने जाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है. दिग्विजय सिंह ने बधाई देते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि संघर्षशील नेतृत्व वाले राहुल गांधी विपक्ष के नेता चुने गए हैं.

बीजेपी द्वारा राहुल गांधी के नेता विपक्ष चुने जाने पर परिवारवाद का आरोप लगाए जाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि BJP के आरोप और आपत्ति गलत है. बीजेपी से जुड़े लोग संघ परिवार चलाते हैं. बीजेपी के लोगों ने मोदी परिवार चलाया. उन्होंने कहा कि संसद के सदस्यों ने राहुल गांधी को विपक्ष का नेता चुना और उनसे यह पद ग्रहण करने का अनुरोध किया तो इसमें भाजपा को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

उन्होंने आगे कहा कि, राहुल गांधी के कारण ही इंडिया गठबंधन को यूपी में बड़ी जीत हासिल हुई है. दो यात्राएं करने के बाद उनकी छवि एक संघर्षशील नेता के तौर पर उभरकर सामने आई है. वह गरीबों-मजदूरों-किसानों से सीधे संपर्क करते हैं. वहीं राहुल के लंबे समय के बाद कुर्ता पजामा पहनकर सदन पहुंचने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह क्या कपड़े पहनते हैं, यह उनका अपना विवेक है. इसमें किसी को कोई टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है.

दिग्विजय सिंह ने ओम बिरला के लगातार दूसरी बार लोकसभा का स्पीकर चुने जाने पर कहा कि पीएम मोदी ने विपक्ष को सामंजस्य व समन्वय स्थापित करने का संदेश दिया था. ऐसे में खुद पहल करते हुए उन्हें डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को देना चाहिए. हालांकि प्रधानमंत्री मंशा के साथ सरकार चलाना चाहते हैं, वह ठीक नहीं है. उनकी मंशा ठीक नजर नहीं आ रही है.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्हें ओम बिरला से नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी से शिकायत है. ओम बिरला दूसरी बार इस पद पर चुने गए हैं. लेकिन पिछले कार्यकाल में सबसे ज्यादा सांसदों को निलंबित करने का श्रेय भी उन्हीं के खाते में हैं.