शिवमय हुई काशी: विश्वनाथ दरबार में उमड़े श्रद्धालु, पुलिस कमिश्नर ने संभाली सुरक्षा की कमान, BHU विश्वनाथ मंदिर में भी दर्शन-पूजन शुरु...

शिवमय हुई काशी: विश्वनाथ दरबार में उमड़े श्रद्धालु, पुलिस कमिश्नर ने संभाली सुरक्षा की कमान, BHU विश्वनाथ मंदिर में भी दर्शन-पूजन शुरु...

वाराणसी,भदैनी मिरर। भोले के अतिप्रिय पवित्र माह सावन रविवार से शुरु हो गया। सावन के पहले दिन से काशी शिवमय हो गई है। जगह-जगह बज रहे शिव भजनों की रसधार लोगों के कानों में भक्ति घोल रही है। श्रद्धालुओं का हुजूम पहले दिन ही बाबा दरबार की ओर जा पहुंचा। भूतभावन के दर्शन के लिए कतार में लगे श्रद्धालुओं को सुरक्षाकर्मी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करने को समझाते दिखे। इस दौरान शिवभक्त लगातार हर-हर महादेव का उद्घोष कर रहे थे। मंदिर प्रशासन के अनुसार, दोपहर 12:30 बजे तक लगभग 36 हजार शिवभक्त बाबा दरबार में हाजिरी लगा चुके थे। मंदिर प्रशासन के अनुसार सोमवार को डेढ़ से 2 लाख भक्त बाबा दरबार आएंगे।


पुलिस कमिश्नर ने लिया जायजा


सावन के पहले ही दिन पुलिस कमिश्नर (सीपी) ए. सतीश गणेश श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल लिए। पुलिस प्रशासन की ओर से की गई तैयारियों का जायजा लेने सीपी खुद डीसीपी काशी जोन अमित कुमार, एसीपी कोतवाली प्रवीण सिंह, एसीपी दशाश्वमेघ अवधेश पांडेय के साथ गोदौलिया से मैदागिन तक पैदल भ्रमण किया।

पहली बार लगाई गई स्टील की बैरिकेटिंग


श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि सावन के पहले सोमवार की दर्शन-पूजन की हमारी तैयारियां पूरी हैं। शिवभक्त रेड कार्पेट से बाबा दरबार पहुंचेंगे। पहली बार स्टील की बैरिकेटिंग लगाई गई है। सावन के चारों सोमवार को सिर्फ झांकी दर्शन होगा और स्पर्श दर्शन प्रतिबंधित रहेगा। सोमवार को मैदागिन की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर 4 छत्ताद्वार होते हुए मंदिर चौक भेजा जाएगा। गेट-ए से प्रवेश करने के बाद श्रद्धालु गर्भगृह के पूर्वी प्रवेश द्वार पर जल चढ़ा सकेंगे।


बांसफाटक से ढुंढिराज गली होकर आने वाले श्रद्धालु गेट-डी से प्रवेश कर गर्भगृह के पश्चिमी द्वार पर दर्शन और जलाभिषेक कर सकेंगे। सरस्वती फाटक की ओर से आने वाले श्रद्धालु गर्भगृह के दक्षिणी द्वार से दर्शन और जलाभिषेक करेंगे। गेट-सी से वीआईपी, वीवीआईपी और सुगम दर्शन का टिकट लेने वाले प्रवेश करेंगे और गर्भगृह के उत्तरी द्वार से दर्शन और जलाभिषेक करेंगे। मंदिर परिसर को हर 6 घंटे पर सैनिटाइज कराने की व्यवस्था की गई है। आपात स्थिति के लिए डॉक्टरों की टीम और एनडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे। पेयजल और शौचालय की सुविधा के साथ ही खोया-पाया केंद्र भी बनाया गया है।


बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर में शुरू हुआ दर्शन-पूजन


बीएचयू परिसर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में भी रविवार की सुबह से दर्शन-पूजन शुरू हो गया है। बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर में टीका लगाने, माला पहनाने, फूल अर्पित करने और जल-प्रसाद पर प्रतिबंध लगाया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कहा गया है कि श्रद्धालु सिर्फ झांकी दर्शन कर सकेंगे। इसी तरह से सारनाथ स्थित सारंगनाथ महादेव मंदिर में भी सिर्फ झांकी दर्शन की व्यवस्था की गई है। मंदिर का गर्भगृह बंद रहने के साथ ही सावन मेला भी स्थगित रहेगा।