आयुष्मान कार्ड होने के बाबजूद ओरियाना अस्पताल करता रहा वरिष्ठ पत्रकार के इलाज में आनाकानी, CMO ने दो दिनों में मांगा स्पष्टीकरण...
आयुष्मान कार्ड होने के बाबजूद ओरियाना अस्पताल ब्रेन हैमरेज से पीड़ित वरिष्ठ पत्रकार के इलाज में आनाकानी करता रहा. पत्रकार संगठन द्वारा शिकायत किए जाने के बाद सीएमओ ने हस्तक्षेप किया तो निःशुल्क इलाज संभव हुआ.
वाराणसी, भदैनी मिरर। निजी अस्पतालों की मनमानी किस कदर कहर बरपाती है, उसका जीता जागता उदाहरण रविंद्रपुरी स्थित ओरियाना अस्पताल में देखने को मिला. जहां ब्रेन हैमरेज के शिकार पलामू (झारखंड) वरिष्ठ पत्रकार का आयुष्मान कार्ड होने के बाबजूद अस्पताल पैसे ऐंठने में जुट गया. जिसके बाद झारखंड के पत्रकार संगठनों ने ट्वीट कर मामले की गम्भीरता से अधिकारियों और मंत्रालय को अवगत करवाया. जिसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी वाराणसी डाक्टर संदीप चौधरी को हस्तक्षेप करना पड़ा और अंत में अस्पताल निःशुल्क उपचार किया.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ ने अस्पताल से जवाब तलब किया है साथ ही अन्य निजी अस्पतालों को भी चेतावनी दी है कि आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी किसी अस्पताल ने यदि निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान नहीं की तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
CMO को करना पड़ा हस्तक्षेप
झारखंड के पलामू के वरिष्ठ पत्रकार परमानंद चौधरी का ब्रेनहेमरेज हो गया. हालत नाजुक देख परिजन उन्हें लेकर वाराणसी आये और रविंद्रपुरी स्थित ओरियाना अस्पताल में भर्ती कराया गया. परमानंद चौधरी के परिजनों के अनुसार अस्पताल में उपचार के लिए पैसा जमा करने के लिए कहा गया. परमानंद चौधरी का आयुष्मान कार्ड दिखाने के बाद भी उनके निःशुल्क उपचार में आनाकानी की जाती रही. तब परिजनों ने ट्विटर व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये मामले की शिकायत सीएमओ व अन्य अधिकारियों से की. मामला संज्ञान में आते ही सीएमओ ने तत्काल ओरियाना अस्पताल से सम्पर्क कर पत्रकार परमानंद चौधरी का आयुष्मान कार्ड के जरिये निःशुल्क उपचार करने का निर्देश दिया. सीएमओ के हस्तक्षेप पर निजी अस्पताल ने उपचार शुरू किया. साथ ही उन्होने त्वरित कार्रवाई की पत्रकार परमानंद चौधरी के परिजनों के अलावा पलामू के पत्रकार संगठनों ने सराहना की.
आनाकानी का दो दिनों में देना होगा जवाब
सीएमओ ने इस मामले में निजी अस्पताल ओरियाना से जवाब तलब किया है. उन्होंने ओरियाना अस्पताल को पत्र भेज कर कहा है कि आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को नियमानुसार मुफ्त इलाज/सुविधा न मिलने की चिकित्सालय के विरुद्ध लगातार शिकायते प्राप्त हो रही है जो कि अत्यंत ही खेद का विषय है. लिहाजा इस संबंध मे दो कार्य दिवस के अंदर अपना स्पस्टीकरण दें. पत्र में सीएमओ ने यह भी निर्देश दिया है कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के अंतर्गत चिकित्सालय में भर्ती किसी भी मरीज का निःशुल्क उपचार करने की बजाय यदि उससे इलाज में कोई खर्च लिया गया है तो उसे तत्काल लौटाया जाय वर्ना अस्पताल का पंजीयन निरस्त करने के साथ ही मामले में कड़ी कार्रवाई की जायेगी. सीएमओ ने जिले के अन्य अस्पतालों को भी चेताया है कि आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्डधारक के मुफ्त उपचार में यदि किसी भी निजी चिकित्सालय ने हीलाहवाली की तो वह कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें.
दूसरी ओर गुरुवार को योजना के नोडल अधिकारी डॉ आरके सिंह और जिला कार्यान्वयन इकाई की टीम के साथ ओरियाना अस्पताल पहुंची और वहां भर्ती आयुष्मान कार्डधारक परमानंद चौधरी के उपचार के सम्बन्ध में जानकारी ली. टीम में डा. पूजा जायसवाल, ईं. नवेन्द्र सिंह व सागर गुप्ता शामिल थे.