मोनिका पाल के हत्यारों की गिरफ्तारी मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर हुआ प्रदर्शन, इंटरसिटी एक्सप्रेस में मिला था शव...
लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस में 21 फरवरी को बोरे में हाथ-पैर बंधे मोनिका पाल के शव मामले में एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से परिजन आक्रोशित है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस में 21 फरवरी को बोरे में हाथ-पैर बंधे मोनिका पाल के शव मामले में एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से परिजन आक्रोशित है. बुधवार को सैकड़ों की संख्या में राष्ट्रीय धनगर महासभा के बैनर तले ग्रामीण परिजनों संग जिला मुख्यालय पहुंचकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
पुलिस पर उठाए सवाल
जिला मुख्यालय पहुंचे आक्रोशित लोगों की खबर मिलते ही कचहरी चौकी प्रभारी सौरभ पांडेय ने उन्हे रोका. खबर मिलते ही एसीपी कैंट और प्रभारी निरीक्षक कैंट ने समझाने की कोशिश की. परिजन लगातार कपसेठी पुलिस पर हीला-हवाली का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर रहे थे. एसीपी ने किसी तरह आक्रोशित जनता को समझाया. पुलिस कमिश्नर को संबोधित ज्ञापन संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी धनगर ने सौंपा.
मूल खबर: लखनऊ-बनारस इंटरसिटी के कोच में बोरे में बंधा मिला महिला का शव, शिनाख्त में जुटी पुलिस...
6 मार्च से करेंगे अनिश्चितकालीन धरना
मोनिका पाल के हत्यारों की गिरफ्तारी न होने से नाराज संस्था और परिजनों ने कपसेठी पुलिस पर जानबूझकर हत्यारों की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगाया. संस्था के लोगों ने अल्टीमेटम दिया है कि यदि एक सप्ताह के अन्दर मोनिका पाल के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं की गई और थाना प्रभारी कपसेठी को निलंबित नहीं किया गया तो 6 मार्च से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जायेगा. इसके अलावा मोनिका पाल के परिजनो को कम से कम 20 लाख रूपये की अर्थिक मदद की जाय.