राजातालाब तहसील में DM ने सुनी फरियाद, अफसरों को सख्त चेतावनी देते हुए बताया समाधान दिवस का मतलब...
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम शनिवार को राजातालाब तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जनसामान्य की समस्याओं एवं उनकी शिकायतों से रूबरू होते हुए राजस्व सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों को उसके त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश दिया.
वाराणसी, भदैनी मिरर। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम शनिवार को राजातालाब तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जनसामान्य की समस्याओं एवं उनकी शिकायतों से रूबरू होते हुए राजस्व सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों को उसके त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश दिया.
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के बाबत अधिकारी सम्बंधित कर्मचारियों के साथ मौके पर जाकर शिकायतकर्ता का पक्ष सुनते हुए उसका निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें. इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सम्पूर्ण समाधान दिवस में उपस्थित फरियादियों की समस्याओं को सुनते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि फरियादियों की शिकायतों का त्वरित निस्तारण और शिकायतकर्ता की संतुष्टि ही सम्पूर्ण समाधान दिवस का उद्देश्य है. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही पाये जाने व निस्तारण के अभाव में एक ही समस्या को आवेदक द्वारा बार-बार प्रस्तुत किये जाने अथवा सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी द्वारा ससमय संज्ञान न लेने को गम्भीरता से लेते हुए जिम्मेदार अधिकारी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी.
डीएम ने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि कार्यो में ढिलाई कदापि न बरती जाये, सभी लाभार्थीपरक योजनाएं जैसे-वृद्धावस्था पेंशन, निर्विवाद वरासत और कागजात दुरूस्ती के मामले आदि को तत्काल सुलझाये जाय. उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि कोई भी गरीब एवं पात्र व्यक्ति शासन की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित न रहने पाये. अधिकारीगण आवश्यकतानुसार देर शाम तक रूककर कार्यो को निपटाये. उन्होंने कहा कि जब भी अधिकारीगण गावों के भ्रमण पर जाय, तो अपने विभाग से संबंधित जनकल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों का मौके पर अवश्य सत्यापन करें तथा लाभार्थियों का फीडबैक भी ले.
राजातालाब तहसील में विभिन्न संदर्भों से संबंधित कुल 154 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये, जिसमें से 4 प्रार्थना पत्रों का मौके पर निस्तारित कर शेष प्रार्थना पत्रों को सम्बंधित अधिकारियों को उपलब्ध कराते हुए एक सप्ताह के अन्दर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिये. इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, डीसीपी गोमती, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) रणविजय सिंह, उप जिलाधिकारी गिरीश कुमार एवं अन्य संबंधित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे.