गोली लगने से घायल क्रिकेट कोच की इलाज के दौरान दिल्ली में मौत, आरोपी हो चुके है अरेस्ट, जाने क्या है पूरा मामला...

डीएवी कॉलेज के क्रिकेट ग्राउंड में कोच को बदमाशों ने पिछले दिनों गोली मार दी. गोली लगने से घायल कोच की शनिवार सुबह दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.

गोली लगने से घायल क्रिकेट कोच की इलाज के दौरान दिल्ली में मौत, आरोपी हो चुके है अरेस्ट, जाने क्या है पूरा मामला...

वाराणसी, भदैनी मिरर। कोतवाली के डीएवी क्रिकेट मैदान में बदमाशों द्वारा गोली लगने से घायल क्रिकेट कोच रामलाल यादव (दादा) की इलाज के दौरान दिल्ली में मौत हो गई है. उनके मौत की खबर मिलते ही वाराणसी में क्रिकेट व अन्य खेलों के खिलाड़ी और प्रशंसकों में शोक की लहर है. रामलाल को बदमाशों ने 1 मई सुबह 6 बजे तब गोली मारी थी जब वह रोज की भांति बच्चों को ट्रेनिंग देने डीएवी क्रिकेट मैदान पहुंचे थे. गोली लगने के बाद पहले रामलाल को मलदहिया स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां से उनकी स्थिति में सुधार न होने से दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां शनिवार सुबह 5 बजे उनकी मौत हो गई.

मूल खबर: क्रिकेट कोच को गोली मारने वाले आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, दशकों पुराना है विवाद, जान कर रह जाएंगे दंग...

पुलिस ने इस प्रकरण में सात मई को अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय एवं अपराध संतोष सिंह ने अपने कार्यालय में खुलासा किया. बताया था की कोतवाली और क्राइम ब्रांच की टीम ने मुखबिर की सूचना पर शिवपुर बाईपास के आगे जौनपुर जाने वाली सड़क से कुल चार आरोपी रामजी दूबे, प्रभात दास, मो0 नदीम खान, मो० नसीम को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ के बाद एक अन्य आरोपी मनीष सिंह को उसके घर से गिरफ्तार किया गया. जिसके कब्जे से अवैध असलहे व कारतूस बरामद हुए. इसके मामले में असलहा की व्यवस्था करने वाला गणेश कुमार गुप्ता लहरतारा मंडुवाडीह निवासी को भी दबोचा था.

गिरफ्तार रामजी दुबे ने पुलिस को बताया कि उसके पिता डीएवी कालेज में चपरासी थे. बचपन से ही क्रिकेट कोच रामलाल यादव उसकी मां पर बुरी नियत रखते थे तथा मेरी माँ के साथ कई बार मेरे सामने गलत काम किये थे. मैं छोटा होने के कारण चुप रहा, इन लोगों के दबंग प्रवृत्ति का होने के कारण आस-पास के लोग इनसे व इनके परिवार वालों से डरते थे. दशकों से रामजी दुबे इस प्रतिशोध में जलता रहा, और पिछले एक साल से जान से मारने की योजना बनाने लगा था.