पुलिस कर रही थी मटरू की तलाश कोर्ट में किया आत्मसमर्पण, भेजा गया जेल...

लालपुर-पांडेपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर रमेश राय उर्फ मटरु के खिलाफ चेतगंज थाने में दर्ज सूदखोरी, रंगदारी और धमकी देने के मामले में पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी लेकिन उसने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया.

पुलिस कर रही थी मटरू की तलाश कोर्ट में किया आत्मसमर्पण, भेजा गया जेल...
लाल घेरे लालपुर पांडेयपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर रमेश राय उर्फ मटरु.

वाराणसी,भदैनी मिरर। व्यापारी की तहरीर पर सूदखोरी, रंगदारी और धमकी में मामले में चेतगंज थाने में दर्ज मुकदमें का वांछित हिस्ट्रीशीटर रमेश राय उर्फ मटरू ने कमिश्नरेट  पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. आरोपी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। पुलिस सरगर्मी से मटरू राय की तलाश कर रही थी.

बुधवार को वांछित मटरू ने अधिवक्ता अनुज यादव, विकास सिंह और मनीष रॉय के साथ कोर्ट पहुंचा और एसीजेएम प्रथम विश्वजीत सिंह की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. अदालत ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया.
इससे पूर्व कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपित हिस्ट्रीशीटर रमेश राय उर्फ मटरू राय की तलाश में उसके बक्सर (बिहार) के इंडस्ट्रियल एरिया थानांतर्गत उमरपुर गांव स्थित घर पर छापेमारी की थी.

शरणदाताओं की सूची हो रही तैयार

पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया की कानून को हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा की शरणदाताओं पर भी अब शिकंजा कसा जाएगा. मटरु राय को शरण देने वालों की सूची तैयार की जा रही है. इसके साथ ही मटरू राय के अवैध संपत्तियों का डेटा तैयार किया जा रहा है. उन्होंने बताया की इसके गिरोह के अन्य सदस्य भूमिगत हो गए है, वह अपने आकाओं के शरण में जा दुबके है. 

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2007 में उधार लिए थे 7 लाख रुपए

हबीबपुरा निवासी व्यापारी रवींद्र जायसवाल ने बताया कि साल 2007 में उन्हें पैसे की जरूरत पड़ी थी। इस पर उन्होंने ब्याज पर पैसा देने वाले काशी सिंह से 7 लाख रुपए उधार लिए थे। काशी सिंह ने सिक्योरिटी के तौर पर कई चेक पर गवाहों की मौजूदगी में दस्तखत कराया था। तब से लेकर अब तक काशी सिंह और रमेश राय उर्फ मटरू उनसे 70 लाख रुपए वसूल चुके हैं। रवींद्र ने कहा कि उन्होंने काशी सिंह को जो चेक दिए थे, उसे मांगने पर कहा जाता है कि 35 लाख रुपए दो या अपनी दुकान हमारे नाम करो। 

रवींद्र जायसवाल ने कहा कि अप्रैल में उन्हें हथुआ मार्केट में दो बार काशी सिंह और रमेश राय उर्फ मटरू ने बुलाया। दोनों ने उनसे सादे स्टांप पेपर पर दस्तखत कराए और कहा कि 35 लाख रुपए नहीं मिले, तो अपनी हत्या तय समझो। इसके बाद भी दोनों कभी नदेसर तो कभी किसी अन्य स्थान पर धमकाते रहे। रवींद्र ने कहा कि जब वह आजिज आ गए और उन्हें कुछ नहीं सूझा, तो उन्होंने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। पुलिस कमिश्नर की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।