आतंकवाद के शिकार कश्मीरी पंडितों का श्राद्ध करने पहुंचे अनुपम खेर का विरोध, कांग्रेस नेताओं ने कहा राजनीति का अखड़ा न बनाएं...
आतंकवाद के शिकार हुए कश्मीरी पंडितों का त्रिपिंडी श्राद्ध करने वाराणसी पहुंचे फिल्म अभिनेता अनुपम खेर का कांग्रेसियों ने जमकर विरोध किया.
वाराणसी,भदैनी मिरर। फिल्म 'द कश्मीर' बनाने के बाद आतंकवाद के शिकार हुए कश्मीरी पंडितों के त्रिपिंडी श्राद्धकर्म करने के अपने संकल्प को पूरा करने बुधवार को फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने वाराणसी पहुंचे. इसकी जानकारी होते ही कांग्रेस यूथ के नेताओं ने सिगरा क्षेत्र में इकट्ठा होकर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया. सूचना पाकर मौके पर पहुंची सिगरा पुलिस ने मामला शांत करवाया.
काशी को राजनीतिक अखाड़ा न बनाएं
यूथ कांग्रेस के नेताओं ने कहा की अनुपम खेर काशी को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं. बेहतर यही होगा कि कश्मीर में मारे जा रहे लोगों के बीच जाकर धरना दें और सरकार से उनकी सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था कराएं.यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विश्वनाथ कुंवर ने कहा कि अनुपम खेर किन पंडितों के त्रिपिंडी श्राद्ध के लिए वह यहां आए हैं. हम उनसे ना चाहते हैं कि 1990 की भाजपा समर्थित सरकार में मारे गए पंडितों के श्राद्ध के लिए आए हैं या अभी मारे जा रहे पंडितों के श्राद्ध के लिए यहां आए हैं. यदि 1990 के पंडितों के लिए आए हैं तो क्या अभी तक वह सो रहे थे. कश्मीर में पंडितों की हत्या की जा रही है और वह काशी आ रहे हैं. अगर उनमें हिम्मत है तो वह कश्मीर जाकर कश्मीरी पंडितों के साथ धरने पर बैठें. सरकार से लड़ कर उनकी सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था कराएं.
काशी की फिजा न बिगाड़े
कांग्रेसियों ने कहा कि अनुपम खेर काशी को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं. वह यहां के सौहार्द को न बिगाड़ें। उनसे हमारी अपील है कि वह यहां से तत्काल वापस चले जाएं. अन्यथा हम लोग मजबूर होकर उन्हें यहां से वापस भेजने के लिए बाध्य होंगे। काशी में माहौल खराब करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है. अनुपम खेर को काशी आने की नहीं बल्कि कश्मीर जाने की जरूरत है.