#PositiveNews: मरीजों से खाली होने लगे कोविड़ अस्पताल, संक्रमण काल में डीएम और पुलिस कमिश्नर ने की थी कमरतोड़ मेहनत...
वाराणसी, भदैनी मिरर। कोरोना के दूसरे लहर की विभीषिका को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कमरतोड़ मेहनत की और बनारस सहित आसपास से आने वाले मरीजों की अस्पतालों में व्यवस्था की। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश और जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने एक-एक शिकायत पर बारीकी से नजर रखी और लोगों की व्यवस्था कराई थी। अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार कमी आने से अस्पतालों में गंभीर मरीजों की संख्या घट गई है। इस समय मात्र तीन शासकीय हॉस्पिटल में 81 मरीज भर्ती हैं। पांच शासकीय हॉस्पिटल खाली हैं। इक्का दुक्का निजी हॉस्पिटल में भी संक्रमित मरीज हैं। उनमें सात मरीज वेंटीलेटर पर हैं जबकि 26 मरीज आईसीयू में हैं। बाकी मरीजों का सामान्य वार्ड में उपचार चल रहा है।
कोरोना की दूसरी लहर में आठ शासकीय हॉस्पिटल सहित 55 हॉस्पिटल चिह्नित हुए थे। उनमें 2356 बेड की व्यवस्था की गई थी। अप्रैल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण बेड की काफी मारामारी थी। अब ट्रॉमा सेंटर, जिला अस्पताल, ईएसआईसी, डीएलडब्लयू, एलबीएस रामनगर में एक भी मरीज नहीं हैं। वहीं बीएचयू के पं. राजन मिश्र अस्पताल के आईसीयू वार्ड में 12 मरीज हैं। बीएचयू में 55 मरीज भर्ती हैं। उनमें तीन वेंटीलेटर पर और 14 मरीज आईसीयू में हैं। लहरतारा कैंसर अस्पताल में 14 मरीज हैं। उनमें चार मरीज वेंटीलेटर पर हैं।
प्रवर्तन टीम ने की थी खूब मेहनत
कोरोना संक्रमण काल से दूसरे शहर में उपजी समस्याओं के बीच निजी चिकित्सालय, मेडिकल शॉप के कालाबाजारी की शिकायत के बाद जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने संयुक्त रुप से दो प्रवर्तन टीमें गठित की। इस टीम में मजिस्ट्रेट के साथ आपूर्ति विभाग, आयकर विभाग, चिकित्सकीय विभाग के साथ पुलिस के आलाअफसर शामिल थे। जो मरीजों की शिकायत पर विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर ना केवल राहत दिलाई बल्कि कई बार मरीजों से ज्यादा धन उगाही पर पैसे भी वापस कराये।