कोर्ट से धार्मिक भावना आहत करने वाली याचिका खारिज, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की याचिका पर फैसला सुरक्षित
धार्मिक भावना आहत करने वाली याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की याचिका पर सुनवाई पूरी हो गई है, कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। ज्ञानवापी परिसर के वजूखाने में जहां शिवलिंगनुमा आकृति मिली है वहां गंदगी फैला कर धार्मिक भाववा आहत करने के मामले को स्पेशल सीजेएम सर्वोत्तमा नगेश शर्मा की अदालत ने मंगलवार को खारिज कर दिया। वहीं ज्ञानवापी परिसर के शिवलिंग की नियमित पूजा की अर्जी पर जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में सुनवाई तो पूरी हो गई पर फैसला सुरक्षित रख लिया गया है।
चौबेपुर क्षेत्र के बर्थराकला निवासी वकील राजा आनंद ज्योति सिंह ने तीन जून को स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में आवेदन दाखिल किया था जिसमे कहा गया है कि ज्ञानवापी परिसर के वजूखाना, जहां सर्वे के दौरान शिवलिंगनुमा आकृति मिली है वहां लोग हाथ-पैर धोते हैं। ये तब है जब उन्हें ये भली-भांति पता है कि वहां शिवलिंग है। आरोप ये भी है कि अदालत के आदेश के बाद भी लोग वहां हाथ-पैर धोने की जिद पर अड़े रहे। इससे असंख्य सनातन धर्मियों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। इस मामले में सुनवाई सोमवार को ही पूरी हो गई थी। आज देर शाम कोर्ट ने मुकदमें को खारिज कर दिया।
नियमित पूजा पर आदेश सुरक्षित
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के दौरान मिली शिवलिंगनुमा आकृति को आदि विश्वेश्वर का शिवलिंग बताते हुए उनकी नियमित पूजा की अनुमति के मसले पर मंगलवार को जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में सुनवाई पूरी हुई। महज 25 मिनट की सुनवाई के दौरान आविमुक्तेश्वरनंद की ओर से अरुण कुमार त्रिपाठी, रमेश उपाध्याय, चन्द्रशेखर सेठ व धीरेन्द्रनाथ शर्मा ने दलीलें पेश कीं। जिला जज ने सुनवाई पूरी कर आदेश सुरक्षित रख लिया है। बता दें कि इस प्रकरण में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से शनिवार को प्रभारी जिला जज की अदालत में दायर किया गया था जिस पर सोमवार को सुनवाई के बाद प्रभारी जिला जज ने कहा था कि इस केस को जिला जज द्वारा सुना जाना न्याय संगत होगा। उधर धार्मिक भावना भड़काने के मामले में भी फैसले का इंतजार बढ़ गया है। मंगलवार को इस मामले में स्पेशल सीजेएम कोर्ट अपना फैसला सुनाने वाली थी लेकिन देर शाम तक फैसला नहीं आया। बता दें कि ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंगनुमा आकृति के नियमित पूजन को लेकर चार दिन से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद उपवास पर हैं।