पत्रकार सुजीत पटेल पर हुए क्रॉस FIR में ज्वाइंट सीपी से शिकायत, जांच के आदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पीड़ित पत्रकार पर ही पेशबंदी में मुकदमा लगाकर पुलिस ने उसे अपराधी बना दिया
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पीड़ित पत्रकार पर ही पेशबंदी में मुकदमा लगाकर पुलिस ने उसे अपराधी बना दिया. यह मामला लक्सा थाना क्षेत्र का है. जहां इंस्पेक्टर लक्सा ने सत्ता दल के विधायक के कथित हस्तक्षेप के बाद पत्रकार सुजीत पटेल के खिलाफ गंभीर आरोप दर्ज किए हैं.
बता दें कि, पत्रकार सुजीत पटेल के चाचा के साथ पहले मारपीट की घटना हुई थी, जिसमें जब पत्रकार ने हस्तक्षेप कर विरोध जताया तो आरोप है कि अवधेश पटेल उर्फ मलू, सेनु उर्फ अन्ना और उनके अन्य सहयोगियों ने पत्रकार सुजीत पटेल पर बर्बरतापूर्वक हमला कर दिया. हमले के दौरान पत्रकार को सड़क पर गिरा कर रॉड से हमला किया गया, जिससे उनका पैर फ्रैक्चर हो गया. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें पत्रकार पर हमला किया गया है. घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी, लेकिन हमलावर मौके से फरार हो गए.
डीसीपी गौरव वंशवाल को जब पूरे प्रकरण की जानकारी हुई तो उन्होंने लक्सा इंस्पेक्टर से कार्रवाई की जानकारी मांगी. जिसके बाद आरोपियों को अरेस्ट कर पुलिस ने न्यायालय चालान कर दिया था. अब घटना के 9 दिन बाद आरोपियों ने पत्रकार सुजीत पटेल, उनके परिवार और गवाहों के विरुद्ध लूट, तोड़फोड़ और रंगदारी का क्रॉस एफआईआर करवाया है.
डीसीपी को सौंपी जांच
सुजीत पटेल के साथ कई पत्रकार साथियों ने बुधवार को ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर डॉ. के एजिलरसन से मुलाकात कर पूरी बात बताई. इस दौरान उन्होंने इंस्पेक्टर से क्रॉस एफआईआर पंजीकृत करने की वजह पूछी. सुजीत पटेल ने मीडिया से बताया कि इस दौरान सत्तादल के एक विधायक का नाम सामने आया, जिनके कहने पर इंस्पेक्टर लक्सा ने प्राथमिकी दर्ज की.
इस दौरान ज्वाइंट सीपी ने पूरे घटना की निष्पक्ष जांच हेतु डीसीपी काशी जोन को आदेश दिया है.
पीएम और सीएम से लगाऊंगा गुहार
ज्वाइंट सीपी से मुलाकात के बाद सुजीत पटेल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस प्रकरण में वह विधायक जी को लेकर अपनी आपबीती पीएम मोदी और सीएम योगी तक पहुंचाएंगे. उन्होंने कहा कि सीएम योगी और प्रधानमंत्री मोदी से गुहार लगाऊंगा कि निष्पक्ष जांच कर इस मुकदमे को खत्म कर मेरे साथ न्याय किया जाए.