कोलकाता रेप-हत्याकांड: वाराणसी में भी बढ़ता जा रहा घटना को लेकर आक्रोश, बच्चियों की एक ही मांग- बलात्कार की सजा हो फांसी
लालबाजार (कोलकाता) के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग के स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। लालबाजार (कोलकाता) के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग के स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक जनता का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है. वाराणसी में बीएचयू के जूनियर डॉक्टर्स ओपीडी की सेवाएं ठप्प कर चुके है. वहीं अब जगह जगह भी लोग आंदोलन कर रहे है.
शनिवार को श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज बुलानाला और परमानंदपुर की छात्राएं एकजुट होकर हाथों में तख्तियां लेकर विरोध मार्च निकाला. बच्चों के हाथ में 'बलात्कारियों को मृत्युदंड', 'फांसी के बिना न्याय नहीं', 'स्टॉप रेप', "नारी की इज्जत हमारी इज्जत" जैसे तमाम स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर चल रही थी.
बच्चियां नहीं हुई स्वतंत्र
श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर मिथलेश सिंह ने कहा कि कलकत्ता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना से पूरा देश उबल रहा है. एक बार फिर दिल्ली के निर्भया कांड की याद दिला दिया है. उनका कहना है कि देश की होनहार बिटिया के साथ जिस तरह दर्दनाक घटना हुई है, वह हैवानियत की पराकाष्ठा है. उन्होंने कहा कि भले देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना लिया हो, मगर सही मायने में आज भी महिलाओं को अपने ही देश में अपनी ही धरती पर आजादी नहीं मिल पाई है. हमारे ही देश में पांच साल की बच्चियां भी नहीं बख्शी जा रही है. शाम ढलने के बाद अकेले चलने में डर लगता हो और अब तो कलकत्ता के हॉस्पिटल जो जूनियर डॉक्टर की कर्मस्थली थी वहां भी वह सुरक्षित नहीं है.