सतर्कता: CP ने पंडालों का निरीक्षण कर जांचा सुरक्षा व्यवस्था, मॉकड्रिल करवाकर देखी तत्परता, जाने क्या है आग से बचाव के मानक...
भदोही के औराई में दुर्गा पूजा पंडाल में लगी आर के बाद हुए बड़े हादसे से सबक लेते हुए वाराणसी में भी पूजा पंडालों का निरीक्षण शुरू हो गया है. सोमवार को पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश बड़े पूजा पंडालों में पहुंचे और सुरक्षा मानकों को देखा.
वाराणसी, भदैनी मिरर। भदोही के औराई में दुर्गा पूजा पंडाल में लगी आर के बाद हुए बड़े हादसे से सबक लेते हुए वाराणसी में भी पूजा पंडालों का निरीक्षण शुरू हो गया है. सोमवार को पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश बड़े पूजा पंडालों में पहुंचे और सुरक्षा मानकों को देखा. हथुआ मार्केट बंगाली टोला के पूजा पंडाल पहुंचकर उन्होंने इंतजाम को देखा. साथ ही पंडाल के तारों को कवर करने या वायरिंग के निर्देश दिए. सीपी के साथ चीफ फायर ऑफिसर अनिमेष सिंह भी मौजूद है.
प्रसिद्ध हथुआ मार्केट पंडाल में ही सीपी ने आग लगने की सूचना की मॉक ड्रिल भी कराई. इस दौरान रिस्पॉन्स टाईम थोड़ी देर मिली. जिसके लेकर उन्होंने रिस्पॉन्स टाईम बेहतर करने और सुरक्षा के उपायों को करने का फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को निर्देशित किया. उन्होंने कहा की किसी भी दशा में हमें आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना है. कंट्रोल रुम से सूचना मिलते ही हमें घटनास्थल पर मूव कर जाना है, और इस बात का ख्याल रहें की जल्द से जल्द हम वहां उपस्थित रहे.
आग से बचाव के मानक
अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार पूजा पंडाल में प्रवेश और निकास द्वार कम आठ फीट चौड़ा होना चाहिए।
फायर उपकरण, बालू भरी बाल्टी और पानी पर्याप्त मात्रा में होना
चाहिए।
बिजली के तार पूजा पंडाल में ऊपर नहीं होने चाहिए।
पंडाल में सिंथेटिक कपड़ों से परहेज करना चाहिए। जबकि पूजा पंडाल में लगे कपड़ों पर अमोनियम सल्फेट, अमोनियम कार्बोनेट, बोरेक्स और बोरिक एसिड का लेप लगाकर फायर प्रूफ बनाया जा सकता है।
आकस्मिक निकास द्वार भी होना चाहिए।