CMO ने डीडीयू अस्पताल में पकड़ी बड़ी गड़बड़ी: भर्ती मरीजों का नहीं दर्ज था बीपी व पल्स रेट, 50 बेड के MCH विंग में नहीं मिली डाक्टर...

स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के हकीकत की पोल तब खुली जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डा. संदीप चौधरी ने सोमवार की रात पं. दीन दयाल चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया.

CMO ने डीडीयू अस्पताल में पकड़ी बड़ी गड़बड़ी: भर्ती मरीजों का नहीं दर्ज था बीपी व पल्स रेट, 50 बेड के MCH विंग में नहीं मिली डाक्टर...

वाराणसी, भदैनी मिरर। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के हकीकत की पोल तब खुली जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डा. संदीप चौधरी ने सोमवार की रात पं. दीन दयाल चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें कई गड़बड़ी मिली. अस्पताल में भर्ती मरीजों की बीपी और पल्स रेट दर्ज न देख उन्होंने नाराजगी जतायी और चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो. ड्यूटी पर डा. परवेज मौजूद मिले. उनके साथ उन्होंने अस्पताल के जनरल वार्ड समेत डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया और मरीजों से उनका हाल जाना. मरीजों के हो रहे उपचार को जानने के लिए सीएमओ ने जब बीएचटी पर नजर डाली तो वह चौक गये, वार्ड में भर्ती मरीजों की बीएचटी पर पल्स रेट व बीपी दर्ज नहीं मिला. इस पर उन्होंने नाराजगी जतायी और इसके लिए सम्बन्धित स्वास्थ्यकर्मियों को भविष्य में ऐसी लापरवाही न करने की चेतावनी दी. उन्होंने निर्देश दिया कि चिकित्सक की मौजूदगी में ही बीपी व पल्स रेट चेक किया जाय साथ ही फौरन उसे बीएचटी में दर्ज किया जाय ताकि मरीज का उपचार सही ढंग से हो सके. निरीक्षण के दौरान वार्ड में साफ-सफाई व्यवस्था भी ठीक नहीं थी. जगह-जगह गंदगी देख सीएमओ ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कहा. साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को भी ठीक करने के लिए सीएमओ  ने निर्देश दिया.

MCH विंग से गैरहाजिर थी डाक्टर
 
पं. दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय के वार्ड का निरीक्षण करने के बाद सीएमओ परिसर में ही स्थित एमसीएच विंग पहुंचे. उन्होंने डा. ज्योति को ड्यूटी से अनुपस्थित पाया. इतना ही नहीं वार्ड में कोई भी मरीज भर्ती नहीं मिला. पचास बेड के अस्पताल में एक भी मरीज के भर्ती न होने पर सीएमओ ने आश्चर्य व्यक्त किया और इस सम्बन्ध में जवाब तलब किया. निरीक्षण के दौरान स्टाफ नर्स अनिता बगैर यूनीफार्म में मिली. इस पर उन्होंने उन्हें भविष्य में ऐसी लापरवाही न बरतने के लिए कहा. सीएमओ ने कहा कि अस्पताल में जो कोई भी यूनीफार्म में नहीं रहेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. सीनियर नर्सिंग आफिसर वाईके सक्सेना के बारे में पता चला कि वह कार्यस्थल पर नहीं रहती हैं. इस पर सीएमओ ने उन्हें चेतावनी दी कि वह कार्यस्थल पर रहकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करें. निरीक्षण के दौरान एसीएमओ डा. एसएस कन्नौजिया, उप मुख्य  चिकित्सा अधिकारी डा. एचसी मौर्या भी साथ थे.