नीट पेपर लीक मामले में CBI ने 'किंगपिन' समेत सॉल्वर गैंग से जुड़े दो छात्रों को किया गिरफ्तार

नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई लगातार एक्शन मोड में है, लगातार गिरफ्तारियां की जा रही है. इसी क्रम में एजेंसी ने मामले में तीन और गिरफ्तारी की हैं, जिसमें पेपर लीक गैंग का किंगपिन शशिकांत पासवान भी शामिल है. साथ ही इस गैंग से जुड़े दो छात्र भी पकड़े गए है. 

नीट पेपर लीक मामले में CBI ने 'किंगपिन' समेत सॉल्वर गैंग से जुड़े दो छात्रों को किया गिरफ्तार

NEET-UG Paper Leak Case: नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई लगातार एक्शन मोड में है, लगातार गिरफ्तारियां की जा रही है. इसी क्रम में एजेंसी ने मामले में तीन और गिरफ्तारी की हैं, जिसमें पेपर लीक गैंग का किंगपिन शशिकांत पासवान भी शामिल है. साथ ही इस गैंग से जुड़े दो छात्र भी पकड़े गए है.

मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार हुए छात्र भरतपुर मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट हैं. शशिकांत नाम का किंगपिन पहले गिरफ्तार हुए पंकज और राजू का साथी है. ये सभी लोग पेपर सॉल्व करने के लिए हजारीबाग में 5 मई की सुबह शामिल रहे, वहीं जिन छात्रों की गिरफ्तारी हुई है, उसमें से एक फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है और दूसरा सेकेंड ईयर का. इनकी पहचान कुमार मंगलम और दीपेंद्र शर्मा के रूप में हुई है.

बता दें कि, इससे पहले CBI ने 19 जुलाई को NEET-यूजी पेपर लीक मामले में झारखंड के रांची से एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट को हिरासत में लिया था. 2023 बैच की छात्रा की पहचान राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आरआईएमएस) की सुरभि कुमारी के रूप में हुई है और वह रामगढ़ जिले की निवासी है. इस छात्रा पर भी 5 मई को हजारीबाग में पेपर सॉल्व करने में शामिल होने का आरोप है.

NEET-UG पेपर लीक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को एम्स पटना के चार एमबीबीएस छात्रों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था.  इनमें से तीन छात्र  – चंदन सिंह, राहुल आनंद, और कुमार शानू तीसरे वर्ष के स्टूडेंट हैं. वहीं चौथा छात्र, करण जैन, एम्स पटना में पहले वर्ष का छात्र हैं. छात्रों के इस समूह को बुधवार को उनके हॉस्टल से हिरासत में लिया गया. एम्स-पटना के इन छात्रों पर नालंदा के कुख्यात ‘सॉल्वर गैंग’ को लीक हुए पेपर को हल करने में मदद करने का आरोप है. मामले में गिरफ्तार पांचवें शख्स की पहचान सुरेन्द्र कुमार के रूप में हुई, जिसने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि एम्स-पटना के छात्रों को 5 मई को आयोजित परीक्षा से पहले लीक हुए पेपर को सॉल्व करने के लिए पटना के एक होटल में ले जाया गया था.