चर्चित नितेश हत्याकांड की CBCID करेगी जांच, तीन साल पहले बदमाशों ने तहसील में तड़तड़ाई थी गोलियां...

चर्चित नितेश सिंह बबलू हत्याकांड की जांच सीबीसीआईडी करेगी, इसका आदेश हाईकोर्ट ने दिया है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद सफेदपोशों की मुश्किलें बढ़ सकती है.

चर्चित नितेश हत्याकांड की CBCID करेगी जांच, तीन साल पहले बदमाशों ने तहसील में तड़तड़ाई थी गोलियां...

वाराणसी,भदैनी मिरर। तीन साल पहले 30 सितंबर 2019 को जमीन के एक मामले में सदर तहसील पेशी पर गए सारनाथ के मवइया निवासी ठेकेदार नितेश सिंह उर्फ बबलू की हत्या बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग में कर दी थी. घटना के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था.  इस घटना की अब जांच सीबीसीआईडी करेगी. यह आदेश इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस सुनीत कुमार और जस्टिस सुरेंद्र सिंह की बेंच ने दिया है. हाईकोर्ट ने आदेश दिया है की जांच अधिकारी नियुक्त कर संबंधित मजिस्ट्रेट को सूचना दी जाए और कानून के अनुसार विवेचना की जाए.

शूटर गिरधारी का आया था नाम

पेशे से ठेकेदार नितेश सिंह बबलू भी हिस्ट्रीशीटर था. 30 सितम्बर 2019 की दोपहर वह अपने बुलेट प्रूफ गाड़ी से सदर तहसील पहुंचा था. . जहां अपना काम खत्म कर जैसे से गाड़ी की ओर बढ़ा बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी. नितेश दौड़कर गाड़ी में बैठने की कोशिश की तब तक उसे गोली लग चुकी थी. इस चर्चित हत्याकांड ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया था. 
तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी और आईजी रेंज वाराणसी विजय सिंह मीणा मौके पर पहुंचकर तत्काल क्राइम ब्रांच और सर्विलांस को खुलासे में लगाया. इस घटना में शार्प शूटर गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर और उसके साथी बदमाशों की अहम भूमिका सामने आई. इसके साथ ही बदमाशों को संरक्षण देने में कुछ सफेदपोशों पर भी उंगली उठी थी. काफी लम्बे समय तक नितेश सिंह के परिजनों ने उस सफेदपोश को लेकर अफसरों से शिकायत करते रहे.

घटना के लगभग छह माह बाद गिरधारी का नाम वारदात में प्रकाश में आया. 11 जनवरी 2021 को गिरधारी नाटकीय तरीके से दिल्ली में गिरफ्तार हुआ और 14 फरवरी 2021 की रात लखनऊ में पुलिस कस्टडी से भागने के दौरान मुठभेड़ में गिरधारी मारा गया था. सीबीसीआईडी जांच के आदेश के बाद परिजनों को उम्मीद जगी है की अब असली अपराधी पकड़ा जाएगा.