पारंपरिक गणवेश में बटुकों ने खेला क्रिकेट, धोती-कुर्ता में लगाए चौके-छक्के...
सिगरा स्थित स्टेडियम में बटुकों ने पारंपरिक धोती-कुर्ता में क्रिकेट खेला.
वाराणसी/भदैनी मिरर। ' इति दंड कन्दुक क्रीड़ायाम, प्रथम कन्दुक प्रक्षेपकम' संस्कृत भाषा में ऐसी कमेंट्री के साथ हाथों में सदैव वेद व संस्कृत ग्रंथ रखने वाले बटुक खिलाड़ी अपने परंपरिक गणवेश धोती व कुर्ता में टीका-त्रिपुण्ड लगाकर मैदान पर क्रिकेट खेलने उतरे। दरअसल शनिवार को दशाश्वमेध स्थित श्री शास्त्रार्थ महाविद्यालय की ओर से संस्कृत क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसके सारे नियम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के जैसे ही थे लेकिन कमेंट्री पूरी तरह संस्कृत भाषा में थी। पूरा खेल मैदान कंदुक प्रक्षेपक: कन्दुकं प्रक्षिपति तदा फलक ताडकत्वेन तीव्रगत्या प्रहरति, कन्दुकं आकाश मार्गेण गच्छन्,सीमा रेखात: बहिर्गतम् षड धावनाकेंन कोष: उद्घाटितवान् की कमेंट्री से गूंज रहा था।
सभी खिलाड़ियों में मैच जीतने का काफी जोश था। धोती कुर्ता क्रिकेट में संस्कृत छात्रों ने जमकर चौके छक्के लगाए। क्रिकेट मैच में चंद्रमौली चैरिटेबल ट्रस्ट और चल्ला सुब्बाराव शास्त्री टीमों के बीच खेले गए मैच में चंद्रमौली ट्रस्ट के छात्रों ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 ओवर में 87 रन बनाए। दलनायक विशाल ने अकेले 54 रनों की पारी खेली। विशाल ने एक में तीन छक्कों के साथ कुल सात छक्के लगाए। लक्ष्य का करने उतरी चल्ला शास्त्री टीम ने 23 रन पर दो विकेट गंवा दिए ।