अर्धनारेश्वर स्वरूप में बाबा ने दिया दर्शन: साढ़े पांच लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे बाबा दरबार, सुरक्षा के रहे मुकम्मल इंतजाम...

सावन के तीसरे सोमवार के मौके पर बाबा दरबार में मंगला आरती के बाद जो रौनक शुरू हुई वह दिन चढ़ने तक बरकरार रही. दोपहर भोग आरती तक बाबा दरबार में तीन लाख लोग हाजिरी लगा चुके थे.

अर्धनारेश्वर स्वरूप में बाबा ने दिया दर्शन: साढ़े पांच लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे बाबा दरबार, सुरक्षा के रहे मुकम्मल इंतजाम...

वाराणसी, भदैनी मिरर। सावन के तीसरे सोमवार के मौके पर बाबा दरबार में मंगला आरती के बाद जो रौनक शुरू हुई वह दिन चढ़ने तक बरकरार रही. दोपहर भोग आरती तक बाबा दरबार में तीन लाख लोग हाजिरी लगा चुके थे. चारों ओर हर - हर महादेव का उद्घोष लोगों को आध्‍यात्‍म से आह्लादित करता रहा।

बाबा के जयकारों से पूरा परिक्षेत्र गूंज उठा तो हर कदम का रुख बाबा दरबार की ओर रहा। हर ओर से महादेव के जयकारे और बाबा दरबार में जलाभिषेक की कामना से पग पग आस्‍था की डोर से बंधा नजर आया।  गोदौलिया और गंगा घाट से लेकर बैरिकेडिंग में आस्‍था की अनवरत कतार दिन ढलने तक मानो टूटने का नाम ही नहीं ले रहा था. शाम होते होते शयन आरती तक साढ़े 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा के दरबार पहुंचे और आशीष लिया.

विश्व के नाथ बाबा विश्वनाथ सावन के  तीसरे सोमवार को अपने अद्भुत स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिया। भक्तों ने भगवान शिव के अर्द्धनारीश्वर स्वरूप के दर्शन किया। खास बात यह है कि भगवान शिव का यह स्वरूप भक्तों के लिए होता है। मनुस्मृति के अनुसार महादेव ने स्वयं को दो भागों में विभक्त करके अर्द्धनारीश्वर स्वरूप के दर्शन कराए थे। वहीं, भक्तों की कतार शयन आरती तक निरंतर चलती रही। सावन के तीसरे सोमवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में भोलेनाथ के जलाभिषेक और पूजन-अर्चन के लिए श्रद्धालुओं का रेला रविवार की देर रात से ही वाराणसी और आसपास के जिलों से पहुंच चुका था। जगह-जगह पुलिस, पीएसी, अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बाद खुफिया विभाग के अफसर दर्शन-पूजन की पूरी व्यवस्था पर कड़ी नजर रखे हुई थे। इस दौरान अस्वस्थता के बावजूद पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश और अपर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह दर्शनार्थियों की सुविधा, असुविधा का हाल जानने मंदिर पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने लाइन में लगे दर्शनार्थियों से जगह-जगह संवाद किया।

दर्शन-पूजन के दौरान क्या सुविधा मिली और क्या असुविधाएं हैं और क्या बेहतर किया जा सकता है, इसकी टोह लेते रहे। अफसरों का दोस्ताना अंदाज और अपनत्व भाव से बात करते देख दर्शनार्थी भी गदगद हो गये। पुलिस कमिश्नर और अपर पुलिस कमिश्नर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से गर्भगृह से लेकर कारीडोर में मौजूद दर्शनार्थियों का कुशल क्षेम पूछते रहे। इस दौरान भोले के भक्त हर-हर महादेव और बोल बम के उद्घोष कर अफसरों के प्रेमभाव के प्रति अपनी खुशी का इजहार करते रहे।

यह भी खबर : सावन का तीसरा सोमवार: बाबा दरबार में आस्था का मेला, 12 नदियों और 3 सागर के जल से व्यापारियों ने किया जलाभिषेक...