सपा से घबड़ाकर BJP ने कृषि कानूनों को लिया वापस, बोले मनोज राय धूपचण्डी- आंदोलन के दौरान मृत किसानों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार...

BJP scared of SP withdrew agricultural laws said Manoj Rai Dhupchandi सपा से घबड़ाहट के बाद PM ने कृषि कानूनों को वापस लिया है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व राज्यमंत्री मनोज राय धूपचण्डी ने कहा कि आंदोलन के दौरान मृत किसानों के परिजनों को सरकार मुआवजा दे।

सपा से घबड़ाकर BJP ने कृषि कानूनों को लिया वापस, बोले मनोज राय धूपचण्डी- आंदोलन के दौरान मृत किसानों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार...
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व राज्यमंत्री मनोज राय धूपचण्डी

वाराणसी, भदैनी मिरर। गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा पर देश को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान किया तो विपक्ष ने एक साथ इसे किसानों की जीत बताई, कहा 'सत्यमेव जयते'। प्रधानमंत्री ने माफी मांगते हुए कहा कि हम कुछ किसानों को समझा पाने में विफल हुए है, इसलिए कानून वापस लिए जाते है। जिसके बाद विपक्ष ने कहा की आगामी 'उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब' विधानसभा चुनाव में किसानों के भारी विरोध के कारण सरकार झुकी है।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि "अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-क़ानून वापस ले ही लिए। भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी।"

सपा से घबराकर BJP ने लिया फैसला

सपा पार्टी के प्रवक्ता व पूर्व राज्यमंत्री मनोज राय धूपचण्डी ने 'भदैनी मिरर' से बातचीत में कहा कि जो लोग किसानों को खालिस्तानी और आंदोलन जीवित रहते थे उन्हें माफी मांगनी चाहिए। सबसे ज्यादा करें हम अखिलेश यादव को देंगे, जिनके लखनऊ से गाजीपुर के विजय रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर भाजपा घबराई। जनता की भीड़ को देखकर भाजपा चिंतित हुई की पूर्वांचल का वह इलाका जहां किसान आंदोलन प्रभावशाली नहीं था वहां इतनी संख्या में किसान नाराज है तो यदि समाजवादी पार्टी के विजय रथ पश्चिम की तरफ जाएगा तो क्या स्थिति होगी। 

किसानों को मुआवजा दे सरकार

मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि 14 माह बाद सरकार किसानों के सामने झुकी है। आंदोलन के दौरान किसानों को तरह-तरह से प्रताड़ित किया गया। भाजपा के आईटी सेल ने तरह-तरह के आरोप लगाए। इन 14 माह में करीब 700 किसानों की मौत हुई सरकार उनके परिवार को मुआवजा दें। "सत्य हमेशा जीता है झूठ हारता है आज चरितार्थ हुआ, सत्यमेव जयते!