अस्पताल में फैली अनियमितता को लेकर डायरेक्टर से मिले BHU के छात्र, सौंपा 8 सूत्रीय ज्ञापन...

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में तैनात सुरक्षाकर्मियों से आय दिन होने वाले छात्रों और शिक्षकों से गाली- गलौज और मारपीट की बढ़ती घटनाओं को लेकर छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल आईएमएस डायरेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.

अस्पताल में फैली अनियमितता को लेकर डायरेक्टर से मिले BHU के छात्र, सौंपा 8 सूत्रीय ज्ञापन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में तैनात सुरक्षाकर्मियों से आय दिन होने वाले छात्रों और शिक्षकों से गाली- गलौज और मारपीट की बढ़ती घटनाओं को लेकर छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल आईएमएस डायरेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान छात्रों ने वर्तमान चिकित्साधीक्षक के.के. गुप्ता के कार्यकाल में किए कार्यों और टेंडर प्रक्रिया के जांच की मांग की.

इस दौरान छात्रों ने अस्पताल में बाउसरों की मनमानी का मुद्दा भी उठाया. चेताया की बाउंसरों की मनमानी इस कदर बढ़ गई है की वह मरीजों, उनके तीमारदारों के अलावा पत्रकारों से भी मारपीट करते है. पिछले दिनों एक पत्रकार साथी के साथ हुई मारपीट और लूट की घटना ने साख पर बट्टा लगाया लेकिन अब तक कार्रवाई न होना यह साफ करता है की अस्पताल प्रशासन की कोई रुचि ही नहीं है.

छात्रों ने यह की आठ सूत्रीय मांग...

1. पत्रकारों के साथ मारपीट करने वाले बाउंसरों पर की गई कार्रवाई सार्वजनिक किए जाए.

2. वर्तमान चिकित्सा अधीक्षक के कार्यकाल में हुए समस्त कार्यों की जांच कराई जाए, क्योंकि शुरू से ही करोड़ों के घोटाले का अनुमान और चर्चाएं होती रही हैं.

3- हेल्थ कार्ड से दिखाने के लिए छात्रों का जो निर्धारित समय है उसको बढ़ा कर पूरे दिन किया जाये.

4. छात्रों और चिकित्सक के बीच बेहतर समन्वय के लिए उचित कार्रवाई की जाए.

5. वार्डो से और इमरजेंसी से दलालों को पूर्ण रूप से बाहर किया जाए.

6. ब्लड टेस्ट और अन्य टेस्ट जो बीएचयू में हो सकते हैं फिर भी उसे बाहर भेजने वाले रेजिडेंटों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो.

7. छात्र स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जाए, महिला फिजिशियन की व्यवस्था की जाए जिससे की छात्राओं को भी कुछ सुविधा हो.

8. पार्किंग की समुचित व्यवस्था की जाए, अस्पताल के अंदर एंबुलेंस छोड़कर किसी भी वाहन का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाय.