मुकदमें को लेकर बोले अजय राय - सत्ता के दबाब में है प्रशासन, कोर्ट और जनता के दरबार में खारिज होंगे आरोप...
Ajay Rai said about the case - the administration is under the pressure of power, the allegations will be dismissed in the court and public's court. कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक अजय राय पर हुए राजद्रोह के मुकदमे पर उनकी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि सत्ता के दबाव में जिला प्रशासन काम कर रहा है। हमारे ऊपर मिथ्यात्मक, निराधार लगाए गए आरोप जनता और कोर्ट के दरबार में खाली हो जाएंगे।
वाराणसी,भदैनी मिरर। आचार संहिता उल्लंघन और पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ पर दिए गए विवादास्पद बयान पर दर्ज राजद्रोह के मुकदमें को लेकर 5 बार के विधायक रहे और कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय ने अपना वक्तव्य दिया है। उन्होंने कहा है कि निराधार, भ्रमात्मक एवं झूठे आरोप लगाकर मेरे विरुद्ध प्रशासन द्वारा मुकदमा सत्ता दल के दबाव में दर्ज किया गया है। कानून की अदालत और जनता की अदालत में यह मुकदमा खारिज होगा।
सत्ता के दबाब में है प्रशासन
अजय राय ने कहा है कि प्रशासन दबाव में है। वह जो भी कार्रवाई करे, मेरी ओर से स्वागत और सहयोग होगा, क्योंकि मैंने न कुछ गलत किया और न कहा है। मुझे विश्वास भी है कि आरोप कानून एवं जनता की अदालत में नहीं टिकेंगे। मुझ पर आरोप है कि मैंने 7 मार्च को मोदी जी एवं योगी जी को 'खन कर गाड़ देने' की बात कही। मैं उनके प्रति निजी तौर पर सम्मान रखता हूं और किसी को शारीरिक रूप से गाड़ने की बात मैंने नहीं की। गांव की चौपाल में महिलाओं ने नहीं गलने वाले शीशा, कंकड़ मिले खराब नमक मोदी जी और योगी जी की फोटो लगे पैकेट में सरकारी गल्ले की दुकान से बेचे जाने की शिकायत की थी। उस पर मैंने कहा था कि उनकी फोटो सहित उस नमक को सात तारीख को जमींदोज कर देना, खन कर गाड़ देना। मतदान की 7 तारीख के उल्लेख के साथ कही गई बात धमकी नहीं, वोट की ताकत से ज़बाब देने की लाक्षणिक कहावत का कथन मात्र था। दुर्भावना की मंशा होती तो मतदान तिथि का उल्लेख नहींं होता।
मुकदमें से डरता नहीं उठाता रहूंगा मुद्दा
अजय राय ने कहा है कि मैंने वोट की ताकत से ज़बाब देने की बात कही थी। बड़े-बड़े तीखे बोल के अभ्यस्त बीजेपी नेता सत्ता की धौंस में मुकदमे कराकर गैर राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिशों से बाज आयें। इससे मैं डरता नहीं हूं और जन हित के सरोकारों को उठाता ही रहूंगा। मुकदमा कायम कराकर अनभिज्ञ शेष समाज को भी यह संज्ञान करा दिया गया कि जनता को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के चित्र लगे पैकेट में कैसा घातक नमक आम जनता को खिलाया जा रहा है।