BHU दीक्षांत : तीन साल बाद उपाधियां पाकर चहके छात्र, जाने कितने मिले पदक...

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन सभागार में विश्वविद्यालय के 102वें दीक्षांत समारोह का आयोजन शनिवार को किया गया। समारोह में 2020, 2021 और 2022 में डिग्री उत्तीर्ण करने वाले 37,896 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई।

BHU दीक्षांत : तीन साल बाद उपाधियां पाकर चहके छात्र, जाने कितने मिले पदक...

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन सभागार में विश्वविद्यालय के 102वें दीक्षांत समारोह का आयोजन शनिवार को किया गया। समारोह में 
2020, 2021 और 2022 में डिग्री उत्तीर्ण करने वाले 37,896 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीएचयू के पुरा छात्र और पालो अल्टो नेटवर्क्स के अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी निकेश अरोड़ा रहे।  इस अवसर पर 91 उपाधि प्राप्तकर्त्ताओं को मंच से विभिन्न  कुलाधिपति पदक, स्वर्गीय महाराजा विभूति नारायण सिंह स्वर्ण पदक और बीएचयू पदक प्रदान किया गया।

इस दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय ले कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लगभग तीन वर्षों के अंतराल के बाद आयोजित किए गए दीक्षांत को लेकर विश्वविद्यालय परिवार अत्यंत उत्साहित व प्रफुल्लित दिखे। कुलपति ने कहा कि बीएचयू में छात्रों को न केवल उनके करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए पुस्तकीय और पेशेवर ज्ञान से परिपूर्ण किया जाता है बल्कि उनमें मानवीय मूल्यों, लोकाचार और जीवन कौशल को भी विकसित किया जाता है, जो उन्हें आदर्श नागरिक बनाने तथा समाज व देश में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए तैयार करते हैं।


उन्होंने 2022 के दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्तकर्त्ताओं से संस्थान को आगे बढ़ाने के प्रयासों में शामिल होने का आह्वान किया और उन्हें बीएचयू के नए अलुमनाई पोर्टल पर पंजीकृत होने के लिए आमंत्रित किया। कुलपति ने उल्लेख किया कि नया पोर्टल बीएचयू के अधिकाधिक पुरा छात्रों को एक कुशल तरीके से जोड़ने के उद्देश्य से तैयार किया गया है ताकि उनसे बेहतर सम्पर्क बनाए रखा जा सके, तथा इन संबंधों को प्रभावी रूप से व्यवस्थित औऱ प्रबंधित और किया जा सके। कुलपति ने कहा कि छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने हेतु नए अवसर सृजित करने के लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। उन्होंने विगत एक वर्ष के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा की गई कई नई पहलों का भी उल्लेख किया।