विश्वनाथ मंदिर में पत्रकारों से बदसलूकी करने वाले एडिशनल डीसीपी वीरेंद्र कुमार हटाए गए, ममता रानी को मिला चार्ज...
रंगभरी एकादशी पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार पंकज चतुर्वेदी और हिमांशु अस्थाना के साथ बदसलूकी करने वाले एडिशनल डीसीपी वीरेंद्र कुमार को भारी पड़ गया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। रंगभरी एकादशी पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार पंकज चतुर्वेदी और हिमांशु अस्थाना के साथ बदसलूकी करने वाले एडिशनल डीसीपी वीरेंद्र कुमार को भारी पड़ गया है. मीडियाकर्मियों से दुर्व्यवहार की घटना एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून एवं व्यवस्था) एस. चिनप्पा को सौंपी गई थी. जिसके बाद से ही एडिशनल डीसीपी वीरेंद्र कुमार गैर हाजिर चल रहे थे. लगातार श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि और संवेदनशील प्वाइंट होने के कारण निर्वाचन अधिकारी के अनुमोदन पर एडिशनल डीसीपी महिला अपराध ममता रानी को एडिशनल डीसीपी सुरक्षा का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
जिलाधिकारी एस.राजलिंगम और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने संयुक्त हस्ताक्षर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी यूपी को पत्र लिखकर 27 मार्च को अवगत कराया था कि 20 को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट संख्या 4 पर मीडियाकर्मियों संग बदसलूकी की घटना हुई थी. जिसके बाद जांच एडिशनल पुलिस कमिश्नर को सौंपी गई थी. घटना के अगले दिन 21 मार्च से ही वीरेंद्र कुमार गैर हाजिर चल रहे है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की संवेदनशीलता को देखते हुए ममता रानी की तैनाती के अनुमोदित करने का चुनाव आयोग से अनुमति मांगी गई थी.
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बता दें, इस मुद्दे को भदैनी मिरर ने उठाते हुए पुलिस अफसर के इस कृत्य की निंदा की थी. सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने भी पत्रकार पंकज चतुर्वेदी का वीडियो एक्स पर पोस्ट करके सरकार के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे. इतना ही नहीं घटना के बाद पुलिस कमिश्नर और अन्य अफसरों ने पत्रकारों को भरोसा दिया था कि जांचोपरांत कार्रवाई होगी और पत्रकारों संग बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जायेगी.