BJP पार्षद अपने वार्ड में सीवर की समस्या से परेशान, CM से लगाई जेई को हटाने की गुहार, बताया आखिर क्यों इस बार पार्टी को मिला कम वोट

हुकूलगंज वार्ड में लोग सीवर समस्याओं से लागातर परेशान है इसे लेकर बीजेपी पार्षद वीरेंद्र चंद श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री योगी और महापौर को अवगत कराया है. साथ ही उनसे जलकल के जेई को हटाने की एक सूत्रीय मांग की है.

BJP पार्षद अपने वार्ड में सीवर की समस्या से परेशान, CM से लगाई जेई को हटाने की गुहार, बताया आखिर क्यों इस बार पार्टी को मिला कम वोट

वाराणसी, भदैनी मिरर। हुकूलगंज वार्ड में लोग सीवर समस्याओं से लागातर परेशान है इसे लेकर बीजेपी पार्षद वीरेंद्र चंद श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री योगी और महापौर को अवगत कराया है. साथ ही उनसे जलकल के जेई को हटाने की एक सूत्रीय मांग की है.

बीजेपी पार्षद वीरेंद्र चंद श्रीवास्तव पार्षद का कहना है कि हमारे वार्ड में कई पतली-पतली गलियां है. यहां सीवर की समस्या लगातार बनी हुई है, जिससे लोगों को काफी समस्याएं हो रही है. उन्होंने बताया कि हमारे वार्ड में सीवर की सफाई तो होती है लेकिन आज सुबह सीवर की सफाई हुई और शाम को फिर वही जाम की समस्या. यह दिकक्त लगातार बनी हुई है. इसका सबसे बड़ा कारण है हमारे यहां की जलकल की जेई नीलम यादव की कार्यशाली, जो ठीक नहीं है.

पार्षद ने आरोप लगाया है कि जेई छोटे-छोटे कामों पर ध्यान नहीं देती हैं. जनता छोटी-छोटी समस्याओं से नाराज होती है. अगर छोटी-छोटी समस्याओं को दूर कर दिया जाए तो यह समस्या इतनी बड़ी नहीं बनेगी ना ही जनता की नाराजगी झेलनी पड़ेगी, लेकिन जलकर की लापरवाही के कारण ये समस्याएं आती है.

वहीं सीवर सफाई के वायरल वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि लगातार शिकायत की जा रही थी और अवगत कराया गया था कि सावन का महीना है. मंदिरों के आसपास भी सीवर जाम है. 7 जगहों से सीवर जाम की समस्या आई थी. जनता लगातार इसकी शिकायत कर रही थी, लेकिन एक जगह की समस्या दूर करने में ही ये जलकल वालों ने पूरा दिन निकाल दिया. 

पार्षद ने कहा, जब शिकायत लेकर जाओ जलकल के अधिकारी कहते है, बस कल ठीक हो जाएगा. वहीं जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हमने रात 12:00 बजे फर्राटी डाल कर सफाई शुरू की तो 10 मिनट के अंदर ही सातों जगह काम लग गया. उन्होंने आरोप लगाया के अधिकारी सरकार के खिलाफ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा जनता बिजली-पानी-सीवर इन समस्याओं से परेशान और नाराज होती है और हमें लगता है कि इस बार हमारे सरकार का कम वोट प्रतिशत कम होने का प्रमुख कारण यही रहा.