नेमप्लेट विवाद पर SC के फैसले को लेकर साध्वी प्राची का विवादित बयान, बोली- नाम लिखने में दिक्कत तो हिंदू धर्म....
अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाली साध्वी प्राची ने एक बार फिर नेमप्लेट को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए फैसले पर विवादित बयान दिया है.
अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाली साध्वी प्राची ने एक बार फिर नेमप्लेट को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए फैसले पर विवादित बयान दिया है. दरअसल सहारनपुर के देहरादून रोड स्थित श्री शिव सेवा कांवड़ संघ के उद्घाटन में पहुंची साध्वी प्राची ने कहा, कि दूसरे समुदाय के लोग हिंदुओं के नाम से ढाबे, होटल, रेस्टोरेंट चला सकते हैं, लेकिन अपना नाम नहीं लिख सकते. अगर हिंदू समाज के नाम पर ही प्रतिष्ठान चलाना है हिंदू धर्म को अपना लें, हम उनका स्वागत करेंगे.
मीडिया से बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि वह न्यायालय के आदेश से आहत है. पूछना चाहती हैं कि मक्का मदीना में हिंदू भाइयों को चाय की दुकान खोलने की इजाजत नहीं है. साध्वी प्राची ने कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले ढाबों, होटलों, रेस्टोरेंट और ठेलियों पर उनके स्वामियों के नाम लिखने निर्देश दिए थे, जो सराहनीय है.
कहा कि जो लोग हिंदू नाम से प्रतिष्ठान चलाते हैं तो उन्हें अपना धर्म बदलकर हिंदू बन जाना चाहिए. यह लोग अपनी पहचान क्यों छिपा रहे हैं. सही नाम अपने प्रतिष्ठान पर क्यों अंकित नहीं किए जाते.
साध्वी प्राची ने पीएम मोदी को लेकर बोटी-बोटी का बयान देने वाले सहारनपुर के सांसद इमरान मसूद को इस मामले में बोलने का कोई हक नहीं है, जो काम 70 सालों से नहीं हुए उन्हें भाजपा सरकार ने पूरा किया है.
वहीं मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच चल रही विवाद की चर्चाओं को लेकर साध्वी प्राची ने कहा, कि जहां चार बर्तन होंगे वहां तो आवाज आएगी ही. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. उन्होंने नगीना सांसद और आसपा प्रमुख चंद्रशेखर के बयान का भी पलटवार किया. कहा, कांवड़ यात्रा को बंद करने की बात करने वाले चंद्रशेखर को इस मामले में बोलने कोई अधिकार नहीं है.