UPSC की तैयारी करने वाला युवक करता था बंद फ्लैटों में चोरी, चोरी के आभूषण और औजार बरामद...

पुलिस के लिए सिरदर्द बने वरुणा गार्डन (कैंट) के बंद फ्लैटों से चोरी की घटना का खुलासा मंगलवार को डीसीपी वरुणा जोन श्याम नारायण सिंह ने पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकारवार्ता में की.

UPSC की तैयारी करने वाला युवक करता था बंद फ्लैटों में चोरी, चोरी के आभूषण और औजार बरामद...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पुलिस के लिए सिरदर्द बने वरुणा गार्डन (कैंट) के बंद फ्लैटों से चोरी की घटना का खुलासा मंगलवार को डीसीपी वरुणा जोन श्याम नारायण सिंह ने पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकारवार्ता में की. बताया कि चोरी की घटनाओं के खुलासे के लिए गठित कैंट पुलिस, एसओजी और सर्विलांस की संयुक्त टीम ने कुआर बाजार (फूलपुर) निवासी आशीष रावत को इमलिया घाट (फुलवरिया) से गिरफ्तार किया है.

डीसीपी ने बताया कि आशीष की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने वरुणा गार्डन (कैंट) के राजकुमार सिंह के फ्लैट से जेवरात व नगद करीब 17 लाख रुपये चोरी के घटना, दूसरी घटना वरुणा गार्डन के चन्द्रकला के फ्लैट से आभूषण और मोबाइल की चोरी की घटना,  और भूपेन्द्र नाथ सिंह के फ्लैट से आभूषण के चोरी की घटना का खुलासा हुआ है. पुलिस ने कुल 470 ग्राम के आभूषण बरामद किए है.

गिरफ्तार आशीष रावत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह कुछ सालों से दिल्ली में रह कर यूपीएससी की तैयारी करता है. दिल्ली में आशीष का संगत गलत हो गया जिससे उसके खर्चे व शौक भी गलत हो गये थे. उनकी पूर्ति के लिए आशीष चोरी करने लगा. बताया कि वरुणा गार्डन अपार्टमेन्ट (सिकरौल) में उसके रिश्तेदार राजेन्द्र वारी का फ्लैट है जो महाराष्ट्र में रहते हैं. जब वह बाहर जाते थे तो अपने फ्लैट की चाबी आशीष को दे देते थे. रात में घूमने-टहलने के बहाने आशीष पहले बन्द फ्लैटों की रेकी करता था फिर मौका देखकर अलग-अलग ब्लॉक में जाकर जिस फ्लैट के अन्दर की लाइट नही जल रही होती थी, उसके दरवाजे पर लगी घण्टी बजाकर देखता था, जब काफी देर तक कोई दरवाजा नही खोलता तो मुझे पता चल जाता कि इस प्लैट में कोई नही है. उसके बाद में अपने पास मौजूद लोहे की राड व अन्य औजार की सहायता से दरवाजे को चांढकर खोल लेता था और अंदर घुसकर सारे घर की तलाशी लेकर ज्यादातर सोने के गहने, रुपये जो भी मिलता था उसे चुराकर मौका पाकर निकल जाता था.

मां बाप के गहने बताकर बेचता था

आशीष ने बताया कि जब वह चोरी का सामान लेकर अपार्टमेंट से निकलने लगता था तो गार्ड के पूछने पर अपने रिश्तेदार राजेन्द्र वारी का नाम व उनका फ्लैट  बता देता था कि उसमें मेरे रिश्तेदार रहते हैं. बाजार में अपनी माँ व पिता की मृत्यु हो जाने के बाद उनका गहना बताकर स्थानीय बाजार मे बेच देता था. कुछ गहनों को उसने ट्रेन में राहगीरों को भी बेचा है. उससे मिले पैसे से दोस्तों संग शराब पीने और अय्याशी में उड़ा दिया है.