नीलगिरी के मालिकों पर तीसरे दिन दर्ज हुआ 23वां मुकदमा: विदेश में बैठे लोग भी हुए ठगी के शिकार, जब्त होगी प्रॉपर्टी SIT जुटा रही जानकारी
वाराणसी,भदैनी मिरर। धोखाधड़ी के मामले में फंसे नीलगिरि कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) विकास सिंह, उनकी पत्नी मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) ऋतु सिंह और करीबियों पर पुलिस का शिकंजा कसता ही जा रहा है। नीलगिरी इंफ्रासिटी के कर्ताधर्ताओं ने विदेश के लोगों को भी ठगा है। कुबौत की रहने वाली एक महिला से पुलिस कमिश्नर को ईमेल भेजकर मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगाई है। बीते तीन दिनों में चेतगंज थाने में कुल 23 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। चेतगंज थाने में विकास और ऋतु के खिलाफ 23वां मुकदमा गाजीपुर जिले के परतपुर निवासी आनंद कुमार ने दर्ज कराया है। आनंद ने बताया कि उन्होंने पड़ाव में 1300 वर्गफीट जमीन लेने के लिए 10 लाख 40 हजार रुपए में जून 2015 में विकास और ऋतु से सौदा तय किया था। 8 लाख एक हजार 666 रुपए एडवांस देकर उन्होंने बैनामा कराया था। विकास और ऋतु की करतूत की जब उन्हें जानकारी हुई तो वे अपना पैसा वापस मांगने लगे।
कोर्ट जाने से पहले चेतगंज थाने में गिरफ्तार नीलगिरी इंफ्रासिटी का सीएमडी विकास सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव
बीते अप्रैल से अगस्त के बीच विकास ने उन्हें 11 चेक दिए और वह सभी बाउंस हो गए। उन्होंने विकास को इस संबंध में बताया तो उसने धमकाया कि जो करना होगा, कर लेना। हमारे खिलाफ बहुत मुकदमे दर्ज हैं और आज तक कुछ हो नहीं पाया है। इसके साथ ही विकास और उसके 2 साथियों ने उनके साथी गाली देते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया था।
विदेशों के लोग भी हुए ठगी के शिकार
नीलगिरी का सीएमडी विकास सिंह और उसकी पत्नी ऋतु सिंह (फ़ाइल फोटो)
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि नीलगिरि इंफ्रॉसिटी कंपनी के संचालकों की धोखाधड़ी के शिकार विदेशों में रहने वाले लोग भी हुए हैं। बुधवार की रात उन्हें कुवैत की रहने वाली अफरोज ने अपने दूतावास के माध्यम से ई-मेल भेज कर विकास और ऋतु के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अफरोज की तहरीर के आधार पर भी विकास और ऋतु के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
फाइनल रिपोर्ट लगे मुकदमों की फिर होगी जांच
राजनितिक पकड़ के चलते पुलिस ने 5 एफआईआर में फाइनल रिपोर्ट (FR) लगा दी थी। पुलिस ने यह कहते हुए फाइनल रिपोर्ट लगाया था कि दोनों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य न मिला। अब फिर से पांचों मुकदमों की जांच की जाएगी और यदि पूर्व के जांचकर्ताओं की कमियां पाई जाती है तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर द्वारा डीसीपी वरुणा जोन विक्रांतवीर के नेतृत्व में गठित एसआईटी एसीपी चेतगज, एसएचओ सिगरा और एसएचओ जैतपुरा को शामिल किया गया है। एसआईटी अब विकास सिंह, उनकी पत्नी ऋतु सिंह की संपत्तियों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। दोनों की अचल संपत्ति को जल्द ही गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त किया जाएगा। उनके बैंक खाते भी फ्रीज कराए जाएंगे। SIT टीम जुटाए गए सभी सबूत आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) से साझा किए जाने की संभावना है। इसके बाद ED अपनी जांच अलग से शुरू करेगी।
अन्य पांच भी जल्द होंगे सलाखों के पीछे
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि जल्द से जल्द हम आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल करेंगे। फिलहाल भागे 5 आरोपी भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजे जाएंगे, हम प्रभावी पैरवी कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे। जनता से अपील है कि वह पैसा निवेश करने से पहले पुरी तरह जांच-पड़ताल कर ले।