उंगली पर धारण किया पर्वत: बोले पंकज शास्त्री- मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक है भगवान की बाल लीलाएं

उंगली पर धारण किया पर्वत: बोले पंकज शास्त्री- मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक है भगवान की बाल लीलाएं

वाराणसी, भदैनी मिरर। महमूरगंज (श्रृंगेरी मठ ) में आयोजित हो रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन रविवार को कथावाचक ने गोवर्धन पूजा कृष्ण बाल लीला व छप्पन भोग की कथा श्रोताओं को सुनाई। कथा व्यास पंकज शास्त्री जी महाराज ने कहा कि एक समय की बात है ब्रज वासियों ने इंद्र की पूजा न कर गोवर्धन पर्वत की पूजा की थी। इस पर इंद्रदेव अत्यंत क्रोधित हो गए और उन्होंने बादलों को आदेश दिया कि ब्रज में जाकर इतना पानी बरसाओ की सब लोग दहशत में आ जाएं। इसके बाद बादलों ने मूसलधार बारिश ब्रज में की। पूरी तरीके से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली में धारण कर सभी ब्रजवासियों को उसके नीचे खड़ा कर इंद्र के प्रकोप से बचाया। देवराज इंद्र का अभिमान चूर हो गया। सभी ब्रजवासियों ने इसके बाद गोवर्धन पर्वत की पूजा की, तभी से भगवान श्री कृष्ण का नाम गोवर्धन धारी हो गया। 

कथा व्यास ने कथा के दौरान ही श्री कृष्ण की बाल लीलाओं, माखन चोरी  का बखान किया। कथा व्यास ने कहा कि भगवान कृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं कीं। बालकृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। मां उन्हें कहती थी कि प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो तो वह तुरंत मुंह खोलकर मां को दिखा दिया करते कि, मैंने माखन नहीं खाया।
कथा वाचक ने आगे कहा कि, भगवान कृष्ण अपनी सखाओं और गोप-ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर जाते हैं। वहां पर गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच गाने के साथ उत्सव मना रही हैं। इसे सुनकर श्रोता आनंदित हो गए। इसके बाद भगवान की आरती व प्रसाद का वितरण किया गया।

 इस दौरान अनुज राही हिंदुस्तानी, वंदना रघुवंशी, अंतरराष्ट्रीय धाविका और आयोजक प्रमुख नीलू मिश्रा, आयोजक सह प्रमुख निहारिका राय, व्यवस्था प्रमुख सचिन मिश्रा, प्रचार-प्रसार एवं मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र त्रिपाठी, प्रिया मिश्रा, पंकज श्रीवास्तव, दिनेश जायसवाल, अजीत श्रीवास्तव, आशीष टन्डन, राजेश पांडेय (विजेता), मीनाक्षी सिंह का अपार सहयोग है।

यह भी पढ़े-नन्दोत्सव में झूमे श्रद्धालु: बोले पंकज शास्त्री- प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं