ममता बनर्जी के गढ़ में अखिलेश ने भाजपा सरकार पर बोला हमला, कहा- जो लोग सत्ता में आए हैं बस कुछ दिनों...
ममता बनर्जी के गढ़ कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘शहीद दिवस’ की महारैली को सपा सुप्रीमों ने संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. अखिलेश यादव ने मंच पर आते ही कहा- "मैं सबसे पहले आपकी मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद और आभार प्रकट करना चाहता हूं कि उन्होंने अपने कार्यक्रम में मुझे आने का मौका दिया है
Akhilesh Yadav TMC Rally: ममता बनर्जी के गढ़ कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘शहीद दिवस’ की महारैली को सपा सुप्रीमों ने संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. अखिलेश यादव ने मंच पर आते ही कहा- "मैं सबसे पहले आपकी मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद और आभार प्रकट करना चाहता हूं कि उन्होंने अपने कार्यक्रम में मुझे आने का मौका दिया है. मैं जब से एयरपोर्ट से चला हूं मैं लगातार कार्यकर्ताओं और नेताओं को देख रहा हूं जिस भाव से वो दीदी से मिलने की कोशिश कर रहे थे यह जो लगाव और रिश्ता है एक नेता और एक कार्यकर्ता का, यही दल को मजबूत बनाने का काम करता है."
सपा प्रमुख ने कहा, केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी क्योंकि ‘‘सांप्रदायिक ताकतों’’ को भले ही कुछ समय के लिए सफलता मिल सकती है, लेकिन अंततः उनकी हार होगी. ‘जो लोग सत्ता में आए हैं, वे बस कुछ दिनों के मेहमान हैं.
अखिलेश यादव ने आगे कहा, ‘.उन्होंने भाजपा या NDA का नाम लिए बिना कहा, ‘‘केंद्र में यह सरकार ज्यादा दिन नहीं टिकेगी और जल्द ही गिर जाएगी. ऐसी सांप्रदायिक ताकतें किसी भी कीमत पर सत्ता में बने रहना चाहती हैं, लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे.’’
अखिलेश यादव ने कहा, जुल्म की खिलाफत में जो जान दांव पर लगाते हैं वह इतिहास में शहीदों की तरह याद किए जाते हैं. जो सत्ता में लोग हैं, दिल्ली में हैं और दिल्ली के इशारे पर जो लोग बैठे हैं जगह-जगह पर वो लगातार षड्यंत्र कर रहे हैं. मैं जानता हूं आपका जो साहस और बहादुर दीदी के साथ है वो हर षड्यंत्र का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं."
सपा नेता ने कहा, ‘‘केंद्र में सांप्रदायिक ताकतें साजिशें रच रही हैं और देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रही हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो ताकतें देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटना चाहती हैं, उन्हें भले ही कुछ समय के लिए सफलता तो मिल सकती है, लेकिन अंत में वे पराजित होंगी. ऐसी सांप्रदायिक ताकतें किसी भी कीमत पर सत्ता में रहना चाहती हैं.’’