पॉपुलर हॉस्पिटल के निदेशक पर दर्ज हुई दो FIR, अवैध निर्माण पर VDA का एक्शन...
सुर्खियों में रहने वाला ककरमत्ता स्थित पॉपुलर हॉस्पिटल के निदेशक डाक्टर अवधेश कुमार कौशिक और उनकी पत्नी डाक्टर किरण कौशिक के खिलाफ भेलूपुर थाने में दो FIR दर्ज की गई है. अवैध निर्माण को सील किए जाने के बाद जबरन तोड़कर निर्माण कराए जाने पर VDA के अवर अभियंता ने मुकदमा दर्ज करवाया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। अक्सर किसी न किसी विवाद को लेकर सुर्खियों में रहने वाला पॉपुलर हॉस्पिटल इस बार अपने कारगुजारियों से पुनः चर्चा में बना हुआ है. इस बार वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) के अवर अभियंता जेपी गुप्ता की तहरीर पर भेलूपुर थाने में अस्पताल के निदेशक डाक्टर अवधेश कुमार कौशिक (ए.के.) और उनकी पत्नी डॉक्टर किरण कौशिक पर दो प्राथमिकी दर्ज की गई है, आरोप है की निर्माणकार्य सील किए जाने के बाबजूद सील तोड़कर जबरन निर्माण करवाया जा रहा था.
बिना नक्शा पास ही करवाया जा रहा था निर्माण
वीडीए के अवर अभियंता के तहरीर के मुताबिक जिन भवनों में निर्माण कराया जा रहा है, उसका नक्शा पास नहीं है. वीडीए की ओर से दोनों भवनों को पुलिस के सामने सील किया गया. आरोप है की सील तोड़कर दोनों भवनों में निर्माण शुरू कराया गया. इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. वीडीए के अवर अभियंता जेपी गुप्ता के अनुसार अस्पताल के निदेशक अवधेश कुमार कौशिक को 14 अगस्त को नोटिस जारी किया गया था, इसके बाद 22 अगस्त को निर्माणाधीन भवन को सील कर दिया गया. आरोप है कि निदेशक ने वीडीए की ओर से सील भवन में दोबारा से निर्माण कार्य शुरू कराया. रात के समय निर्माण कार्य कराया जा रहा है. इस सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचा गया तो सील तोड़कर कार्य कराया जाना पाया गया. इस पर कार्रवाई करते हुए भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया.
यह अभी पाया गया कि निदेशक की ओर से ककरमत्ता स्थित संख्या 10/82 में बेसमेंट समेत चार तल के निर्माण में ऊपर भी निर्माण कराया जा रहा है. इसमें भी 14 अगस्त को नक्शा निरस्त किया गया. 18 अगस्त को नोटिस जारी किया गया. 22 अगस्त भवन को सील करते हुए पुलिस अभिरक्षा में सौंपा गया था. निदेशक ने जबरन सील तोड़कर अवैध निर्माण जारी रखा. भेलूपुर इंस्पेक्टर राजेश सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है. उधर, अस्पताल के निदेशक डाक्टर अवधेश कुमार कौशिक का पक्ष जानने के लिए "भदैनी मिरर" ने उन्हें फोन किया, पहले तो उनका फोन वेटिंग रहा, उसके बाद उन्होंने फोन उठाना उचित न समझा", बाबजूद इसके "भदैनी मिरर" को अस्पताल प्रबंधन के पक्ष का इंतजार है.