मानक के विपरीत आवासीय निर्माण में चल रहा था हरि विलास होटल, जांच में बढ़ेगी संचालक की मुश्किलें...

हरि विलास होटल में लगी आग से आज भी आसपास के लोग सहम गए है. आग का वह मंजर देकर लोगों में सिहरन पैदा हो रही है. अग्निकांड के बाद वीडीए जागा है और जांच शुरु कर दी है.

मानक के विपरीत आवासीय निर्माण में चल रहा था हरि विलास होटल, जांच में बढ़ेगी संचालक की मुश्किलें...

वाराणसी,भदैनी मिरर। रिहायशी कॉलोनी में बने होटल हरिविलास के मालिकों की अब मुश्किलें बढ़ने वाली है. मंगलवार की रात होटल में आग लगने से मुश्किल में फंसे पर्यटक और रेस्टोरेंट में बैठे लोगों ने किसी तरह भागकर जान बचाई थी. बुधवार को दिन भर विभागों के अफसर होटल की जांच के लिए पहुंचते रहे.

सूत्रों के मुताबिक हरिविलास होटल का व्यावसायिक नक्शा ही पास न था. आवासीय नक्शा पास कराकर ही होटल चलाया जा रहा था. आग लगने के बाद वीडीए प्रशासन जागा है. अब नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया जाएगा. वीडीए दशाश्वमेध वार्ड के अवर अभियंता पीएन दुबे बुधवार को आग में तबाह हुए होटल हरिविलास पहुंचे. उन्होंने बताया कि होटल मालिक विजय मोदी ने 1984 में किसी अन्य व्यक्ति से यह संपत्ति खरीदी थी, इसके बाद वीडीए से जी+ दो तल का नक्शा पास कराया था. 2014 के पहले तक बेसमेंट में छह कमरों का होटल चला था, 2014 के बाद सराय एक्ट के तहत 8 कमरे और एक हाल के लिए होटल का पंजीकरण कराया गया. 2 दिन पहले होटल प्रबंधन की ओर से एटीएम प्रोटोकाल को होटल में कमरा बढ़ाने का प्रार्थना पत्र दिया गया था. एडीएम प्रोटोकॉल बच्चू सिंह के अनुसार इस आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वर्तमान में होटल हरिविलास में 20 कमरे, दो डाइनिंग हॉल और दो किचन का संचालन किया जा रहा था. वीडीए के टाउन प्लानर मनोज कुमार ने बताया की आवासीय निर्माण में व्यावसायिक उपयोग करने के आरोप में वीडीए नोटिस जारी करेगा.

मानक के अनुरूप न था हरि विलास

श्रीनगर कॉलोनी स्थित होटल हरि विलास के पास फायर ब्रिगेड से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) नहीं था. साथ ही आग से सुरक्षा के उपाय और उपकरण भी मानक के अनुरूप नहीं थे. होटल प्रबंधन को अग्निशमन विभाग की ओर से नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा. चेतगंज, पिंडरा और भेलूपुर के अग्निशमन अधिकारी होटल में आग लगने के कारण की जांच कर दो दिन में रिपोर्ट अब मुख्य अग्निशमन अधिकारी को देंगे. मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि टीम ने बुधवार को होटल का निरीक्षण किया जिसमें सामने आया कि होटल प्रबंधन ने फायर ब्रिगेड की एनओसी नहीं ली थी.