लखीमपुर खीरी हिंसा की आंच वाराणसी तक: प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने से भड़के कांग्रेसी नेता, प्रदर्शन के दौरान दी गिरफ्तारी
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 9 लोगों की मौत मामले में पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष समेत 14 के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। इसमें बलवा और साजिश रचने की धाराएं भी लगाई हैं। मृतकों के परिवारों से मिलने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार देर रात दिल्ली से लखनऊ पहुंच गई थीं। फिर वे लखीमपुर के लिए रवाना हुईं, लेकिन सोमवार सुबह 5:30 बजे प्रियंका गांधी को पुलिस ने सीतापुर जिले में हरगांव बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया। प्रियंका रूट बदलकर पुलिस की नजरों से बचते हुए लखीमपुर जा रही थीं। उन्हें पीएसी गेस्ट हाउस रखा गया है। यह खबर मिलते ही कांग्रेस नेताओं में उबाल है। हर जिले में कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जगह-जगह कांग्रेस नेता अपनी गिरफ्तारी दे रहे है।
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की आग वाराणसी भी पहुंच गई। कांग्रेस महासचिव को रिहा करने और किसानों के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस नेता एकजुट होकर लहुराबीर स्थित आजाद पार्क से मलदहिया चौराहे के पटेल मूर्ति तक पैदल मार्च किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने जमकर सरकार और पुलिस विरोधी नारे लगाए। कांग्रेस समर्थकों की बढ़ती भीड़ और आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें मलदहिया चौराहे से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी देने के बाद पूर्व सांसद और कद्दावर नेता राजेश मिश्रा ने कहा कि सीतापुर से गिरफ्तार प्रियंका गांधी को जब तक रिहा नही किया जाता यह आंदोलन जारी रहेगा। हमारी मांग है कि किसानों के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी हो और योगी और मोदी सरकार को बर्खास्त किया जाए।
वही, पूर्व विधायक अजय राय ने कहा कि मंत्री की गाड़ी से कुचलकर मारे गए किसानों के पीड़ित परिवार से मिलने जा रही हमारी नेता प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया। जब तक उनकी रिहाई नहीं हो जाती हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। चाहे इसके लिए हमें फांसी ही क्यों न दे दी जाए।