कुरहुआ गांव में ग्राम पंचायत सचिवालय का DM ने किया निरीक्षण, लेखपाल को डांट लगाते हुए दिया यह निर्देश...
जिलाधिकारी एस राजलिंगम एवं मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा काशी विद्यापीठ ब्लाक के कुरहुआ गांव में ग्राम पंचायत सचिवालय का निरीक्षण किया .
वाराणसी, भदैनी मिरर। जिलाधिकारी एस राजलिंगम एवं मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा काशी विद्यापीठ ब्लाक के कुरहुआ गांव में ग्राम पंचायत सचिवालय का निरीक्षण किया गया और मौके पर उपस्थित ग्रामवासियों से पूछा कि यहां सचिव, लेखपाल व अन्य ब्लाक स्तरीय व राजस्व कर्मचारी के नियमित बैठते हैं? रोस्टर बनाया है या नहीं।
जिलाधिकारी ने पंचायत भवन की लाइब्रेरी का निरीक्षण किया और पढ़ने के लिए आने वाले बच्चों के बारे में पूछा,एक रजिस्टर भी रखने का निर्देश दिया। लाइब्रेरी में और ज्ञानवर्धक किताबें मैग्जीन तथा समाचार पत्र रखवाने का निर्देश दिया।मौके पर उपस्थित ग्रामीणों से विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने की जानकारी ली और डोर-टू-डोर फैमिली सर्वे के डाटा रजिस्टर का निरीक्षण किया। ग्राम विकास अधिकारी से पूछा कि कितने परिवार हैं इस गांव में जिसपर बताया गया है 415 परिवार इस गांव में निवास करते हैं। इसके अलावा 44 अंत्योदय कार्ड धारक की जानकारी दी गई जिनका आयुष्मान कार्ड बनाया गया है।एक ग्रामवासी मुन्ना लाल पटेल से उसके परिवार की जानकारी ली और कन्या सुमंगला योजना की जानकारी देते हुए आवेदन करने को कहा।उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि आप पंचायत भवन आकर योजनाओं की जानकारी करें और सरकारी योजनाओं का लाभ उठायें।
गांव के लेखपाल आलोक पाठक से पूछा कि गांव की सड़कें मानक के अनुसार चौड़ी हैं या नहीं। गांव के तालाब पर किये गये अतिक्रमण को न हटवा पाने पर जिलाधिकारी ने उसे डांट लगाई और चार्जशीट जारी करने का निर्देश दिया। अतिक्रमण न हटाने से इस तालाब का संरक्षण व सौन्दर्यीकरण कार्य प्रभावित हो रहा है। खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि इस गांव को पालीथीन मुक्त बनाने का अभियान चला कर साफ सफाई करायें, लोगों को जागरूक करें। गांव में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में पूछा।
पंचायत भवन के बाई तरफ रेन वाटर हार्वेस्टिंग तथा दाएं तरफ आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया और निर्माण सामग्री की पूछताछ की। कुरुहुआ के बगल के गांव माधोपुर में स्थित शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर भी गये और घाट का निरीक्षण किया। श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाओं का जायज़ा लिया।