पकड़ लो हाथ बनवारी: सात दिवसीय श्री मद्भागवत कथा शुरु, पहले दिवस बोले व्यास भगवत प्राप्ति का सरल माध्यम है कथा

पकड़ लो हाथ बनवारी: सात दिवसीय श्री मद्भागवत कथा शुरु, पहले दिवस बोले व्यास भगवत प्राप्ति का सरल माध्यम है कथा
व्यास पीठ की आरती करते पंकज दामोदर दास मोदी और सीता बेन मोदी

वाराणसी, भदैनी मिरर। श्री मद्भागवत कथा मात्र ग्रंथ नहीं बल्कि गंगा है, इसके श्रवण से श्रोताओं का मन शुद्ध होता है। भागवत कथा ही एक मात्र ऐसा माध्यम से जो सात दिनों में भगवत प्राप्ति करा सकता है। उक्त बातें महमूरगंज के श्रृंगेरी मठ में आध्यात्म गौ सेवा मिशन ट्रस्ट मथुरा द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के प्रथम दिवस पर व्यास पीठ से कथावाचक  पंकज शास्त्री महाराज ने कही। उन्होंने व्यास पीठ से श्री मद्भागवत के प्रथम श्लोक का पाठ करते हुए महिमा बताई।

"सच्चिदानंद रूपाय विश्वोत्पत्यादि हेतवे।

तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नुम।।

अर्थात: कथा व्यास कहते हैं कि भगवान सत-चित-आनंद स्वरूप है, यह विश्व की उत्पति, पालन और संहार हेतु हैं। वह तीनों तापों (दैहिक, दैविक और भौतिक) को नष्ट करने वाले हैं। ऐसे भगवान श्रीकृष्ण को हम नमस्कार करते हैं। इस दौरान श्रोता  'हाथ पकड़ लो बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे' जैसे तमाम भजनों पर झूमते रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानमंत्री के भाई पंकज दामोदर दास मोदी और सह अध्यक्षता सीता बेन मोदी कर रही है। इसके पूर्व प्रातः पितरों के आत्मा की शांति के लिए यज्ञ और गंगा तट पर तर्पण किया गया। कार्यक्रम में संरक्षक पंडित श्रीकांत मिश्रा, डॉ. अजीत सैगल, अनुज राही हिंदुस्तानी, बंदना रघुवंशी, सचिन मिश्र, धर्मेंद्र त्रिपाठी, राजेश पांडेय विजेता, गौरव मिश्र ,अखिलेश रावत, रविन्द्र मिश्र, निहारिका राय, वर्षा प्रधान, तनुप्रिया श्रीवास्तव सहित सैकड़ो लोगों की सक्रिय भूमिका है।

सम्मानित हुए समाजसेवी

रोटी बैंक की निहारिका तिवारी को सम्मानित करते पंकज दामोदरदास मोदी

व्यासपीठ की ओर से कोरोना संक्रमण काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाजसेवी सम्मानित किए गए। जिसमें भूखों को भोजन कराने वाली संस्था रोटी बैंक की ओर से निहारिका तिवारी, बेसहारों का सहारा अमन कबीर, लावारिश पशुओं संग लावारिश इंसान की मददगार सोनम कुमारी, वरिष्ठ पत्रकार अरविंद सिंह सहित दर्जनों समाजसेवी सम्मानित हुए।

कराए यज्ञ और तर्पण
    
कथा की मुख्य आयोजक अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक दिन सुबह पितृ कल्याण यज्ञ व तर्पण के धार्मिक अनुष्ठान होंगे।  कोरोना महामारी के दौरान जिनके भी परिजनों का असामयिक निधन हुआ है वह उनकी आत्मा की शांति एवं पितृ कल्याण हेतु तर्पण कर मुक्ति का विशेष पूजन यज्ञ करवा सकते है, यह बिल्कुल ही निःशुल्क है। परिजनों का  नाम और गोत्र 9935504660 पर व्हाट्सएप कर सकते है।