बोले RSS प्रचारक इंद्रेश कुमार जिन्हें जिन्ना से प्रेम चले जाएं पाकिस्तान, महंगाई पर सरकार का किया बचाव...
उत्तर प्रदेश चुनाव नजदीक आते ही जिन्ना प्रेम जागृत हो गया है। अखिलेश यादव ने जिन्ना को लेकर बयान क्या दिया की राजनैतिक पार्टियों को एक मुद्दा मिल गया। बुधवार को आरएसएस के प्रचारक इंद्रेश कुमार ने जमकर निशाना साधा मगर महंगाई के मुद्दों पर सरकार का बचाव किया। Said RSS pracharak Indresh Kumar, whose love for Jinnah should go to Pakistan, The government's defense on inflation
वाराणसी,भदैनी मिरर। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग में स्वतंत्रता आंदोलन में काशी की भूमिका पर विषयक दो दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी का बुधवार को आयोजन किया गया। इस दौरान आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने बताया कि शिविर में काशी के कला, भक्ति, नागरिकों का स्वतंत्रता संग्राम के अंतर्गत कितना और कैसा योगदान उसे कलाकारो द्वारा चित्रों के माध्यम से प्रकट किया गया है। यह चित्र प्रदर्शनी एक द्वितीय प्रकल्प होगा जो कि जन जन को आगे जागृत करेगा।
यूपी की राजनीति में जिन्ना की चर्चा पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि जिन भी लोगो को जिन्ना भारत की राजनीति में महापुरुष लगते हैं उनको जिन्ना के देश पाकिस्तान चले जाना चाहिए। भारत और भारतीयों पर उनको बोझ बनकर नही जीना चाहिये। जो भी लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि लालकृष्ण आडवाणी ने जिन्ना की मजार पर चादर क्यों चढ़ाया। उनको मैं ये कहना चाहता हूं कि राहुल गांधी, सिधु, दिग्विजय ये लोग राजनीति के एक चुटकुले है। इसलिए अपने गलत को सही सिद्ध करते हुए इस तरह की अनाप शनाप बाते बोलेंगे। मैं उनको कहूँगा, की यदि आपको सत्य नही पता है तो झूठ नहीं बोले और गलत नहीं बोले।
देश के अंदर महंगाई के सवाल पर वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि महंगाई पर निजात पाने की तो सरकार ने इस दिशा में शुरुआत करते हुए पेट्रोल डीजल के दाम को कम किया है। पूरे देश को दल, जाती, मज़हब, प्रान्त से ऊपर उठकर सोचना चाहिए और एकजुट होकर महंगाई रूपी राक्षस को हराने के लिए कार्य करना चाहिए।
बीएचयू के कार्यक्रम में महामना मदन मोहन मालवीय की फ़ोटो हटाकर इंकलाब की फ़ोटो लगाने के बात पर इन्द्रेश कुमार ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय की अंतरात्मा में मालवीय जी उनकी जगह कोई नहीं ले सकता, जब सारे जहां से अच्छा गाने वाले इंकलाब भटककर पाकिस्तान चले गए थे तब उन्हें यह गाने का मर्म समझ नहीं आया, इसलिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की हर तस्वीरों में मालवीय जी ही रहेंगे।