BJP नेता की हत्या में शामिल फरार आरोपी को STF ने पकड़ा, CP ने घोषित किया था 20 हजार का इनाम...
जयप्रकाश नगर कॉलोनी में 12 अक्टूबर की रात हुई भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता पशुपति नाथ सिंह पीट पीटकर हत्या और उनके बेटे राजकुमार को अधमरा करने के मामले में 20 हजार के इनामी बदमाश चंदुआ छित्तूपुर निवासी आर्या उर्फ आकाश सरोज उर्फ टमाटर को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कैंट बस स्टेशन थाना सिगरा से गिरफ्तार किया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। सिगरा के जयप्रकाश नगर कॉलोनी में 12 अक्टूबर की रात हुई भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता पशुपति नाथ सिंह पीट पीटकर हत्या और उनके बेटे राजकुमार को अधमरा करने के मामले में 20 हजार के इनामी बदमाश चंदुआ छित्तूपुर निवासी आर्या उर्फ आकाश सरोज उर्फ टमाटर को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कैंट बस स्टेशन थाना सिगरा से गिरफ्तार किया है.
पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के निर्देश पर एसटीएफ लखनऊ की टीम दरोगा प्रदीप सिंह के नेतृत्व में कांस्टेबल सुशील सिंह, कांस्टेबल कमाण्डो संजीव कुमार कांस्टेबल चालक राकेश मिश्र ने जनपद वाराणसी में मुखबिर की सूचना पर थाना सिगरा के कैण्ट बस स्टैण्ड के पास से आर्या उर्फ आकाश सरोज उर्फ टमाटर को गिरफ्तार कर लिया. इस प्रकरण में अब तक कुल 13 लोगों की अरेस्टिंग की गई है.
पुलिस को है इन बदमाशों की तलाश
चंदुआ छित्तूपुर का श्याम बाबू, विशाल राजभर, संदीप गुप्ता व सुरेश सरोज।
डिप्टी सीएम गए थे ढांढस बंधवाने
पार्षद का चुनाव लड चुके भाजपा नेता पशुपति नाथ सिंह का जयप्रकाश नगर तिराहे पर कटरा है. कटरे में बीयर की शॉप भी है. 12 अक्टूबर की रात वहां 4 युवक नशे में गाली गलौज और झगड़ा कर रहे थे. जिस पर पशुपतिनाथ सिंह विरोध करते हुए वहां से जाने को कहा. जिस पर युवकों ने देख लेने की बात कही. कुछ देर बाद युवक रॉड-डंडे से लैश होकर पुनः 30-40 की संख्या में आए और उनके बेटे राजकुमार को खोजकर पीटने लगे. राजकुमार को बचाने के लिए पिता पशुपतिनाथ सिंह गए जिनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, और राजकुमार को अधमरा कर दिया. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य 15 अक्टूबर को भाजपा नेता के परिजनों को ढांढस बंधाने उनके घर भी पहुंचे थे. घटना की जानकारी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए 19 अक्टूबर को परिवार को पत्र भेजकर दुख जताया था. उनके अपने संदेश में लिखा था की समाजसेवी पशुपतिनाथ सिंह की रक्तता पूरी नहीं की जा सकती. उनके कार्य सदैव याद दिए जाएंगे. ईश्वर परिवार और उनके शुभचिंतकों को संबल प्रदान करें.
दो दरोगा सहित पूरी चौकी हुई थी निलंबित
इस घटना के बाद पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश काफी खफा हुए. हालांकि इंस्पेक्टर सिगरा राजू सिंह पर गाज तो नहीं गिरी लेकिन पुलिस कमिश्नर ने चौकी प्रभारी नगर निगम नीरज ओझा, दरोगा ललित कुमार पांडेय, 3 हेड कांस्टेबल देवी यादव, अनूप राय, मोहन कुमार,और 4 कांस्टेबल रामावतार, नितिन, सुधांशु और दिनेश शामिल थे को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए थे. घटना के बाद चौकी प्रभारी के रुप में पुलिस कमिश्नर ने प्रकाश सिंह की तैनाती दी.