सलमान खुर्शीद के किताब पर बवाल: RSS प्रचारक इंद्रेश कुमार बोले- आसमान में थूकने की हिमाकत की गई, वर्ष 2014 के बाद विश्वगुरु बनने की दिग्विजय यात्रा पर भारत...
वाराणसी में आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार ने जमकर सलमान खुर्शीद को खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि अपनी किताब में हिन्दू और हिंदुत्व को गाली देने की कोशिश की गई है, जो आकाश पर थूकता है थूक उसके चेहरे पर गिरता है। हिन्दू और हिंदुत्व सर्वसमावेशी थे और रहेंगे।
वाराणसी,भदैनी मिरर। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब 'Sunrise over Ayodhya' पर हंगामा हो गया है। दरअसल खुर्शीद ने इस किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से की है। खुर्शीद की ये किताब बुधवार को लॉन्च हुई है तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक (RSS) से लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने निशाना साधा।
वाराणसी में आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार ने जमकर सलमान खुर्शीद को खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि अपनी किताब में हिन्दू और हिंदुत्व को गाली देने की कोशिश की गई है, जो आकाश पर थूकता है थूक उसके चेहरे पर गिरता है। हिन्दू और हिंदुत्व सर्वसमावेशी थे और रहेंगे। पूरी दुनिया ने माना है की सभी धर्म और जाति का सम्मान कही है तो वह हिंदुस्तान में है। सलमान खुर्शीद का हिंदू, हिंदुत्व और हिंदुस्तान पर टिप्पणी करना और आतंकी कहना संविधान, मानवता, लोकतंत्र, बापू, परम्परा और पूर्वजों का घोर अपमान है। यह नवी और पैगम्बरों का भी अपमान है, किताब लिखकर सलमान खुर्शीद ने केवल पाप और अपराध कमाया है।
अज्ञानता और क्रूरता को न फैलाये
इंद्रेश कुमार ने कहा कि सन 1947 में कांग्रेस देश के विभाजन के हस्ताक्षर की गुनाहगार है। जिन्ना भी हस्ताक्षर करके विभाजन के गुनाहगार है। वह लोग गुनाह करते-करते अब विकसित और दुनिया का महान देश के बजाय भारत को गरीब, पिछड़ा और अविकसित देश बना दिया है, जो शर्मनाक है। इंद्रेश कुमार ने कहा कि ऐसे नेताओं से अपील है की यदि वह सही न लिख सकें तो वह अपने अज्ञानता और क्रूरता को न फैलाये। यदि सलमान अच्छे इंसान होंगे तो खुद दुखी महसूस करेंगे, यदि वह क्षमा नहीं मांगेंगे तो समझ लेना चाहिए की वह कैसे इंसान है।
विश्वगुरु बनने के दिग्विजय यात्रा पर भारत
इंद्रेश कुमार ने एक सवाल के जबाब में कहा की 1947 मैं जो स्वतंत्रता मिली वह विभाजन के रूप में मिली अखंडता के रूप में नहीं। वह सद्भाव एकता और भाईचारे के रूप में नहीं बल्कि खून खराबे के रूप में मिली। इसलिए कुछ लोगों को लगता है कि स्वतंत्रता और स्वराज अभी भी अधूरा है, इसलिए कहा जाता है कि वर्ष 2014 के बाद भारत विश्वगुरु बनने के दिग्विजय यात्रा की ओर बढ़ रहा है। उसके पहले का समय जितना बेहतर होना चाहिए था नहीं है।
जनता दें मुहतोड़ जबाब
इंद्रेश कुमार ने कहा कि हमनें संकल्प करवाया है कि मानसरोबर चीन से अलग हो, पाकिस्तान की शैतानी प्रवृतियां खत्म हो। हम नहीं चाहते मजहब के नाम पर दंगे हो, जाति के नाम पर छुआछूत हो। लिंग के नाम पर नारी का शोषण हो, पर्यावरण के कारण प्रदूषण बढ़ता चला जाये। हम चाहते है की भारत एक सशक्त और मजबूत देश बने, इसके बीच रोड़ा बनने वालों को मुहतोड़ जबाब मिले।