HOD के पद से हटाए जाने के बाद बोले प्रो. ओम शंकर, खुलेआम MS का कुलपति दे रहे साथ...

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के कॉर्डियोलॉजी विभाग में बेड बढ़ाने की मांग को लेकर हृदय रोग विभाग के कमरा नम्बर 19 में आमरण अनशन कर रहें हृदय रोग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर डॉक्टर ओमशंकर को उनके आमरण अनशन के 14 वे दिन बीएचयू के कुलपति प्रो.एस. के.जैन ने प्रो. डॉ ओमशंकर को उनके पद से हटा दिया है. इसके बाद प्रोफेसर ओम शंकर ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर बड़ा हमला बोला है.

HOD के पद से हटाए जाने के बाद बोले प्रो. ओम शंकर, खुलेआम MS का कुलपति दे रहे साथ...

वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के कॉर्डियोलॉजी विभाग में बेड बढ़ाने की मांग को लेकर हृदय रोग विभाग के कमरा नम्बर 19 में आमरण अनशन कर रहें हृदय रोग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर डॉक्टर ओमशंकर को उनके आमरण अनशन के 14 वे दिन बीएचयू के कुलपति प्रो.एस. के.जैन ने प्रो. डॉ ओमशंकर को उनके पद से हटा दिया है. इसके बाद प्रोफेसर ओम शंकर ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर बड़ा हमला बोला है.

प्रोफ़ेसर ओम शंकर ने कहा कि बीएचयू कुलपति ने मुझे हटाकर यह साबित कर दिया है कि वे भ्रष्टाचारी चिकित्सा अधीक्षक का खुलेआम साथ दे रहे है, लेकिन किसी भी हाल में हम लोग महामना की बगिया बीएचयू को भ्रष्टाचारियों तथा अपराधियों का चारागाह नही बनने देंगे. कुलपति को मुझे हटाने से पहले उन गरीब मरीजो हेतु बेड के लिए मेरे द्वारा लिखे गए पत्र का संज्ञान लेना चाहिए था और चिकित्सा निदेशक द्वारा किये गए आदेश का अनुपालन के सम्बंध में जानकारी लेनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया. जिससे यह अब पूरी तरह साफ हो गया है कि चिकित्सा अधीक्षक प्रो.के.के.गुप्ता का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी बीएचयू कुलपति उनको सेवा विस्तार केवल बीएचयू को लूटने के लिए दे रखें है .

प्रो.डॉ ओमशंकर ने बनारस के लोगों एवं पुरातन छात्रों से भी अपील किया है कि बीएचयू को भ्रष्टाचार मुक्त,अपराध मुक्त, हरियाली युक्त बनाने के लिए इस अभियान से जुड़ने का आग्रह किया है. उन्होंने आगे कहा कि यह मेरी खुद की लड़ाई नही बल्कि आप सभी की लड़ाई है. यह 80 करोड़ जनता को गरीबी के दलदल से बाहर निकालने की लड़ाई है. जिस कारण गरीबी की वजह से उनके जीवन में लंबे समय दुष्प्रभाव होता है. इलाज के नाम पर लूट के कारण कई गरीबों की पूरी गृहस्थी तबाह हो जाती है. महंगी शिक्षा के कारण गरीब का बच्चा शिक्षा से वंचित रह जाता है और उसका भविष्य अंधकारमय बन जाता है .

बीएचयू को मौजूदा कुलपति निजीकरण के दलदल में धकेलने की तैयारी कर रहें है, जो कि महामना पं मदन मोहन मालवीय के उच्चत्तम आदर्शों के खिलाफ है. इस अस्पताल का निजीकरण होते ही शिक्षा और चिकित्सा दोनों ही गरीबों की पहुंच से दूर हो जाएगा फिर निजीकरण के कारण गरीबों से शिक्षा और इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूली जायेगी. जो बनारस समेत समूचे पूर्वांचल के लोगों के लिए किसी कठोर आघात से कम नही होगा .उन्होंने बनारस समेत पुरातन छात्रों से अपील किया है कि आपके बच्चों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए पं महामना की बगिया को उजाड़ने की तैयारी कुलपति द्वारा कर ली गई है ,अब इस महामना की बगिया को बचाने के लिए आप लोग आगे आइए ,बी एच यू को बचाईये ,बनारस को बचाईये ,गरीबों को बचाईये यह केवल मेरी नही आप सभी की लड़ाई है ,यह 80 करोड़ उस जनता की लड़ाई है जो दूभर गरीबी में अपना जीवन यापन कर रही है .