PM मोदी ने किसानों से की वर्चुअल संवाद-बोले प्राकृतिक खेती के लिए बढ़ाएं कदम, प्रदेश सरकार करेगी मदद...

PM Modi did virtual dialogue with farmers said take steps for natural farmingPM मोदी ने किसानों से की वर्चुअल संवाद-बोले प्राकृतिक खेती के लिए बढ़ाएं कदम, प्रदेश सरकार करेगी मदद...

PM मोदी ने किसानों से की वर्चुअल संवाद-बोले प्राकृतिक खेती के लिए बढ़ाएं कदम, प्रदेश सरकार करेगी मदद...

वाराणसी, भदैनी मिरर। गुजरात मे आयोजित प्राकृतिक खेती के प्रोत्साहन के लिए राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान चौकाघाट स्थित गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल के सभागार में पीएम मोदी ने जिले के किसानों से वर्चुअल संवाद किया। पीएम के आह्वान पर किसानों ने प्राकृतिक खेती करने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, कृषि मंत्री वह गुजरात के राज्यपाल ने राहत निधि पर प्रकाश डाला सभागार में मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वह प्राकृतिक खेती के लिए आगे आएँ। प्रदेश सरकार उनकी हर तरह से मदद करेगी। सभागार में भाजपा प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा सहित काफ़ी संख्या में अधिकारी व भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे।

वहीं चिरईगाँव ब्लॉक, चोलापुर ब्लॉक आदि स्थानों के किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो आह्वान किया है उसे मैं एक संकल्प के रूप में लिया है और हम एक बार इसका जरूर इस्तेमाल करेंगे।  इस दौरान सेवापुरी ब्लॉक के मड़ैया निवासी सुमन देवी ने प्राकृतिक खेती को लेकर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि 2016 से मैंने प्राकृतिक खेती शुरू की थी।उस समय घर पर चार भैंस थी और उन्हीं के गोबर का इस्तेमाल खेती के लिए करते थे। लेकिन जब कृषि विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई कि भैंस के गोबर की जगह देसी गाय के गोबर और मूत्र के सेवन से खेती को बढ़ावा मिलेगा। तब मैंने शाहिवाल गाय खरीदी और उसके गोबर और मूत्र को खेती में प्रयोग करने लगी। आस पास के लोग पहले मुझे इस कार्य को देखकर पगली कहने लगे थे। उनका कहना था कि क्या बिना किसी उर्वरक के फ़सल उगा कर लाभ कमाया जा सकता है। लेकिन मुझे अपने प्रशिक्षण पर विश्वास था और मैंने यह कार्य जारी रखा। जिसका असर मुझे एक से दो साल के अंदर देखने को मिला। बाद में मेरे खेती के तरीक़े और लाभ को देखकर आस पास के लोग मुझ पगली से प्रशिक्षण लेने के लिए आते हैं और मैं अपने ब्लॉक के पाँच गांवों के किसानों को वर्तमान में प्रशिक्षण दे रही हूँ।