MS के इस्तीफे पर तीसरे दिन भी अड़े रहे BHU के नर्सिंग अफसर, इमरजेंसी सहित कोविड़ वार्ड में काली पट्टी बांधकर दी सेवाएं...
Nursing officers of BHU who remained adamant on MSs resignation for the third day provided services by tying a black band in the Kovid ward including emergencyMS के इस्तीफे पर तीसरे दिन भी अड़े रहे BHU के नर्सिंग अफसर, इमरजेंसी सहित कोविड़ वार्ड में काली पट्टी बांधकर दी सेवाएं...
वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट (MS) पर नर्सिंग स्टाफों से बत्तमीजी और थप्पड़ मारने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। धरनारत नर्सिंग स्टाफों को देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में तैनात नर्सिंग अफसरों ने समर्थन किया है। वहीं आल इंडिया गवर्नमेंट नर्सेस फेडरेशन के सेक्रेट्री जनरल जीके खुराना ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भेजे पत्र में घटना की जानकारी दी है। मांग किया है कि मामले में कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। इसकी प्रतिलिपि स्वास्थ्य सचिव, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, बीएचयू कुलपति समेत अन्य अधिकारियों को भी दी गई है। इसके अलावा एम्स रायपुर, जोधपुर, भोपाल, बिहार नर्सिंग ऑफिसर्स एसोसिएशन के साथ ही अन्य जगहों से भी पदाधिकारियों ने बीएचयू कुलपति को पत्र भेजकर एमएस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उधर बीएचयू आईएमएस के निदेशक ने रविवार को की जांच कमेटी बनाकर 48 घंटे में रिपोर्ट सौंपने की बात कही थी।
इमरजेंसी और कोविड़ वार्ड में दी सेवाएं
सोमवार को नर्सिंग अफसरों ने 'वी वांट जस्टिस' के नारे के साथ जमकर प्रदर्शन किया। तीसरे दिन भी नर्सिंग अफसरों ने कामकाज ठप्प कर प्रदर्शन किया और मांग कि हम मान-सम्मान ताख पर रखकर काम नहीं करेंगे। हालांकि नर्सिंग स्टाफों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर इमरजेंसी और कोविड़ वार्ड में अपना विरोध दर्ज कराते हुए मरीजों की सेवा करते रहे, मगर ओपीड़ी सहित अस्पताल के सभी विभागों के नर्सिंग अफसरों ने एकजुटता दिखाई। आरोप लगाया कि एमएस नर्सिंग अफसरों को हीन दृष्टि से देखते है। नर्सिंग अफसरों के प्रदर्शन से ओपीड़ी और विभाग में भर्ती मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।