कोलकाता में दुष्कर्म और हत्या के बाद ममता सरकार फिर विवादों में, एक दिन में 4 नए केस, BJP ने घेरा
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर से हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले के बाद से ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्ष के निशाने पर हैं. अभी इस मामले की जांच चल ही रही थी कि राज्य में यौन उत्पीड़न के चार नए मामले सामने आ गए हैं, जिससे ममता सरकार की मुश्किलें और बढ़ गई हैं.
कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर से हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले के बाद से ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्ष के निशाने पर हैं. अभी इस मामले की जांच चल ही रही थी कि राज्य में यौन उत्पीड़न के चार नए मामले सामने आ गए हैं, जिससे ममता सरकार की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. शनिवार को घटी इन घटनाओं के बाद बीजेपी ने टीएमसी सरकार पर जमकर हमला बोला है.
इन चार नए मामलों के प्रकाश में आने के बाद जनता में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है. लोग फिर से सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. हालांकि, पुलिस ने इन सभी मामलों में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. आइए जानते हैं कि ये घटनाएं कहां-कहां हुईं और ममता बनर्जी की सरकार क्यों एक बार फिर सवालों के घेरे में है.
1. बीरभूम
बीरभूम के लांबाबाजार स्वास्थ्य केंद्र में एक नर्स के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। आरोप है कि शेख अब्बासुद्दीन नामक व्यक्ति ने रात की ड्यूटी के दौरान नर्स के निजी अंगों को जबरन छूने की कोशिश की।
2. नदिया
नदिया जिले के कृष्णगंज के भजनघाट में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। पीड़िता के अनुसार, जब वह सामान लेकर घर लौट रही थी, तब पड़ोसी ने उसे बगीचे में खींचकर उसके साथ बलात्कार किया और उसे धमकी दी।
3. मध्यमग्राम
मध्यमग्राम में टीएमसी के एक पंचायत सदस्य पर दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने का आरोप है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और लोग विरोध कर रहे हैं।
4. हावड़ा सदर
हावड़ा सदर अस्पताल के सीटी स्कैनर रूम में शनिवार रात एक लड़की के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है।
ममता बनर्जी पर बीजेपी का प्रहार
इन चार मामलों के सामने आने के बाद बीजेपी ने ममता बनर्जी की सरकार पर तीखा हमला बोला है. भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 1 सितंबर 2024 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ममता सरकार की कड़ी आलोचना की. उन्होंने लिखा, "पश्चिम बंगाल में सितंबर 2024 का पहला दिन यौन उत्पीड़न के चार मामलों के साथ शुरू होता है. उन्होंने इन चारों घटनाओं का विवरण देते हुए टीएमसी सरकार पर निशाना साधा.
"ममता बनर्जी महिलाओं के लिए बड़ी आपदा"
अमित मालवीय ने आगे लिखा, "बीरभूम के लांबाबाजार स्वास्थ्य केंद्र में नर्स के साथ छेड़छाड़. शेख अब्बासुद्दीन ने रात की ड्यूटी के दौरान उसके निजी अंगों को जबरन छूने की कोशिश की. ममता बनर्जी कार्यस्थलों को सुरक्षित बनाने के बजाय नर्स को दोषी ठहराएंगी. नदिया के कृष्णगंज में नाबालिग के साथ बलात्कार. मध्यमग्राम में टीएमसी पंचायत सदस्य ने दूसरी कक्षा की बच्ची के साथ बलात्कार किया. हावड़ा सदर अस्पताल के सीटी स्कैनर रूम में एक लड़की के साथ यौन शोषण हुआ.
अमित मालवीय ने ममता बनर्जी को "महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य की मुख्यमंत्री" बताते हुए कहा कि उन्होंने बलात्कार और POCSO मामलों के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए कड़े कानूनों का कार्यान्वयन और फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने के लिए कुछ नहीं किया है. मालवीय ने कहा, "मुख्यमंत्री के रूप में ममता बनर्जी एक बड़ी आपदा हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.